सुप्रीम कोर्ट की ई-समिति ने 14 क्षेत्रीय भाषाओं में अपने मुफ्त ई-कोर्ट सर्विसेज मोबाइल ऐप के लिए मैनुअल जारी किया। आम आदमी की आसान समझ के लिए मैनुअल ऐप की विशेषताओं के बारे में स्पष्टीकरण प्रदान करता है।
- भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और ई-समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति धनंजय Y चंद्रचूड़ ने मैनुअल की प्रस्तावना लिखी है।
ई–कोर्ट सेवाएं मोबाइल ऐप
i.ई-कोर्ट सर्विसेज मोबाइल ऐप 2017 में लॉन्च किया गया एक इलेक्ट्रॉनिक केस मैनेजमेंट टूल(ECMT) है। सभी ई-कोर्ट सेवाएं ऐप से जुड़ी हुई हैं।
- वादियों, पुलिस, सरकारी एजेंसियां और आम नागरिक।
- ऐप का उपयोग करके, हितधारक केस नंबर, फाइलिंग नंबर, पार्टी के नाम, FIR नंबर, अधिवक्ता विवरण, केस की स्थिति और वाद सूची जैसे पूर्ण मामले के विवरण तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं।
ii.ऐप का उपयोग करना,
- लोग मामलों के दाखिल होने से लेकर निपटान तक (तारीखवार केस डायरी सहित) मामलों का पूरा इतिहास प्राप्त कर सकते हैं।
- वे उच्च न्यायालयों और जिला न्यायालयों दोनों के मामले की स्थिति और मामले का विवरण भी प्राप्त कर सकते हैं।
- अधिवक्ता/वादी/संगठन ‘माई केस’ के तहत सभी मामलों की डिजिटल डायरी रख सकते हैं।
ई–समिति
- यह शासी निकाय है जिस पर “भारतीय न्यायपालिका में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना – 2005” के तहत संकल्पित ई-कोर्ट परियोजनाओं की देखरेख करने का आरोप है।
- ई-कोर्ट परियोजना की निगरानी और वित्त पोषण न्याय विभाग, कानून और न्याय मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
- ई-समिति में पैटरोन-इन-चीफ (भारत के मुख्य न्यायाधीश), अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और 4 सदस्य होते हैं।
हाल के संबंधित समाचार:
i.6 अप्रैल 2021 को, भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) SA बोबडे ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित टूल “सुप्रीम कोर्ट पोर्टल फॉर असिस्टेंस इन कोर्ट्स इफिशिएंसी (SUPACE)” लॉन्च किया।
सुप्रीम कोर्ट की ई–समिति के बारे में
संरक्षक–इन–चीफ – न्यायमूर्ति N.V. रमण, भारत के मुख्य न्यायाधीश
अध्यक्ष – डॉ न्यायमूर्ति धनंजय Y चंद्रचूड़, न्यायाधीश, भारत के सर्वोच्च न्यायालय