आतंकवाद से युवाओं को दूर करने और आम जनता की पीड़ा और राष्ट्रीय हित पर इसके प्रभाव को उजागर करने के लिए 21 मई को पूरे भारत में प्रतिवर्ष आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है। यह दिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि भी है।
21 मई 2021 को राजीव गांधी की 30वीं पुण्यतिथि है।
उद्देश्य:
इस दिन का उद्देश्य लोगों के बीच शांति, मानव, एकता और सद्भाव के महत्व को फैलाने और आतंकवाद के असामाजिक कृत्यों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए है।
पृष्ठभूमि:
i.21 मई 1991 को, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में आतंकवादी द्वारा हत्या कर दी गई थी।
ii.VP सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने हर साल 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। इस दिन की आधिकारिक घोषणा राजीव गांधी की हत्या के बाद की गई थी।
आतंकवाद विरोधी शपथ:
गृह मंत्रालय ने प्रस्ताव दिया है कि आतंकवाद विरोधी दिवस पर सभी सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और अन्य संस्थानों में आतंकवाद विरोधी शपथ ली जाए।
भारत में आतंकवाद:
i.आतंकवाद के सभी रूप नागरिकों की सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता और समृद्धि के लिए खतरा हैं।
ii.वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) 2020 के अनुसार, भारत आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित देश की सूची में 8वें स्थान पर है।