राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस 14 अप्रैल को पूरे भारत भर में अग्निशमन सेवा के लोगों द्वारा मनाया जाता है, ताकि 14 अप्रैल 1944 को विक्टोरिया डॉक, बॉम्बे पोर्ट में फ्रेटर SS फोर्ट स्टिकिन में आग से हुई दुर्घटना में मारे गए 71 अग्निशमन कर्मियों की प्रतिबद्धता और बलिदान को याद किया जा सके।
राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस 2021 का विषय “अग्नि सुरक्षा उपकरणों का रखरखाव से अग्नि खतरों को कम करना” है।
महत्व:
राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस को शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, जो बॉम्बे विस्फोट में अपने प्राण गंवाने वाले अग्निशामकों और कर्तव्य की पंक्ति में जान गंवाने वाले अग्निशामकों को श्रद्धांजलि देने के लिए है।
1944 की आग दुर्घटना – बॉम्बे धमाका:
i.14 अप्रैल 1944 को, बॉम्बे बंदरगाह (वर्तमान में मुंबई) के विक्टोरिया डॉक में फ्रेटर SS फोर्ट स्टिकिन में लगभग 1,400 टन विस्फोटक सहित कपास की गांठें, सोना, गोला-बारूद के एक माल जहाज में आग लग गई थी।
ii.इस घटना को बॉम्बे विस्फोट या बॉम्बे डॉक विस्फोट के रूप में जाना जाता है।
iii.विस्फोट में लगभग 800 से 1300 लोग और 71 फायरमैन मारे गए थे।
iv.विस्फोट ने जहाज को 2 हिस्सों में तोड़ दिया और आसपास मौजूद जहाजों को क्षतिग्रस्त कर दिया था।
अग्नि सेवा सप्ताह या अग्नि निवारण सप्ताह:
i.अग्नि सेवा सप्ताह या अग्नि निवारण सप्ताह हर साल 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्नि सलाह, गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन में पूरे भारत में मनाया जाता है।
ii.अग्निशमन सेवा सप्ताह को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा 1999 से प्रचारित किया गया है।
iii.इस सप्ताह का पालन समाज के सभी वर्गों को उनकी अग्नि सुरक्षा जरूरतों की समीक्षा करने और आग की रोकथाम के लिए एक उपयुक्त रणनीति विकसित करने के लिए एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है।