इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) ने वित्त वर्ष 22 के भारत के GDP विकास अनुमान को 10.4 प्रतिशत से घटाकर 10.1 प्रतिशत कर दिया है।
- एजेंसी ने कहा कि महामारी के लिए टीकाकरण के प्रयासों का सकल घरेलू उत्पाद का 12 प्रतिशत केंद्र सरकार और 0.24 प्रतिशत राज्य सरकारों को देना होगा।
- वित्त वर्ष 22 में खुदरा और थोक महंगाई की दर क्रमश: 5.0 प्रतिशत और 5.9 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
- निजी अंतिम उपभोग व्यय के सकल घरेलू उत्पाद का मांग-पक्ष घटक अब 11.8 प्रतिशत, 11.0 प्रतिशत और 9.2 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है, जो क्रमशः वित्त वर्ष 22 में 11.2 प्रतिशत, 11.3 प्रतिशत और 9.4 प्रति वर्ष के पूर्व पूर्वानुमान के मुकाबले है।
SBI रिसर्च द्वारा संशोधित वृद्धि का पूर्वानुमान:
23 अप्रैल 2021 को, SBI रिसर्च ने भी वित्त वर्ष 22 के लिए भारत के विकास के पूर्वानुमान को घटाकर 11 प्रतिशत से 10.4 प्रतिशत कर दिया और यह नाममात्र GDP के 14.3 प्रतिशत की भविष्यवाणी करता है।
S&P ग्लोबल रेटिंग्स प्रोजेक्शन:
एशिया-पैसिफिक फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन की रिपोर्ट में S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने वित्त वर्ष 22 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 11 प्रतिशत बताई है। इसने अगले कुछ वर्षों में 6.1 प्रतिशत से 6.4 प्रतिशत की अतिरिक्त वृद्धि का अनुमान भी लगाया है।
हाल के संबंधित समाचार:
18 मार्च 2021 को, यूनाइटेड नेशंस कांफ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट(UNCTAD) ने अपनी ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2020 जारी की, जिसमें यह उम्मीद की गई कि भारत की GDP 2020 में 6.9%(-6.9%) घट जाएगी और 2021 में 5% बढ़ जाएगी।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) के बारे में:
यह फिच समूह की 100% स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
मुख्यालय– मुंबई, महाराष्ट्र
MD & CEO– रोहित करन साहनी