15 अप्रैल 2021 को, कॉमन सर्विसेज सेंटर(CSC), सरकार की ई-गवर्नेंस सेवा आर्म ने देशभर के ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा से चलने वाले माइक्रो ग्रिड और वाटर पंप स्थापित करने के लिए टाटा पावर के साथ साझेदारी की।
संक्षेप में साझेदारी के बारे में:
उद्देश्य: ग्रामीण क्षेत्रों में घरों और व्यवसायों को स्वच्छ और स्थायी ऊर्जा प्रदान करना।
माइक्रो ग्रिड के माध्यम से सस्ती बिजली:
- साझेदारी के तहत, टाटा पावर ने CSC के ग्रामीण स्तर के उद्यमियों (VLE) के समर्थन से ग्रामीण क्षेत्रों में 10,000 माइक्रो ग्रिड स्थापित करने की योजना बनाई।
- VLE को माइक्रो ग्राइंड को स्थापित करने और बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा और वे ग्रामीण नागरिकों और MSME इकाइयों को भी जोड़ेंगे।
- माइक्रो ग्रिड के माध्यम से उत्पन्न शक्ति को स्थानीय उद्यमी द्वारा बेहतर गुणवत्ता के साथ सस्ती कीमत पर सेवित किया जाएगा।
- प्रायोगिक प्रोग्राम: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के पांच गाँवों में माइक्रो ग्रिड्स का संचालन किया गया है।
वॉटर पंप:
टाटा पावर 6000 किसान उत्पादक संगठनों (FPO) को सौर जल पंप (किराये) भी प्रदान करेगा।
रोजगार सृजन:
साझेदारी के अनुसार, 3.75 लाख CSC किसानों को सौर जल पंपों की आपूर्ति में शामिल करेंगे और सूक्ष्म ग्रिड स्थापित करने में मदद करेंगे। इसलिए यह प्रत्येक पंचायत में कम से कम दो व्यक्तियों को रोजगार पैदा करेगा और इससे ग्रामीण युवाओं को 20,000 रोजगार मिलेंगे।
हाल के संबंधित समाचार:
26 मार्च 2021 को, कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड(CESL) ने विद्युत गतिशीलता, सौर, ऊर्जा दक्षता समाधान और CESL की अन्य पहलों के लिए मांग एकत्रीकरण बनाने के लिए CSC ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड, स्पेशल पर्पस व्हीकल (CSC SPV) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
CSC और इसकी संरचना के बारे में:
यह एक सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) सक्षम फ्रंट एंड सर्विस डिलीवरी बिंदु है। यह G2C (सरकार-से-नागरिक) और अन्य B2C (व्यवसाय-से-नागरिक) के लिए वेब-सक्षम ई-गवर्नेंस सेवाओं की पेशकश करने के लिए मई 2006 में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना (NeGP) के तहत बनाई गई है।
CSC के प्रबंध निदेशक– दिनेश त्यागी
CSC की PPP संरचना:
CSC के पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल में 3 स्तरीय संरचना है।
- टीयर -1: VLE – जो एक CSC ऑपरेटर है,
- टियर -2: सर्विस सेंटर एजेंसी (SCA) – जो कि 500-1000 CSC के विभाजन के लिए जिम्मेदार है, और
- टियर 3: स्टेट देसिग्नेटेड एजेंसी (SDA) – जो पूरे राज्य में कार्यान्वयन के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।
डिपार्टमेंट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी(DIT) ने SDA और SCA का समर्थन करने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की सेवा एजेंसी (NLSA) नियुक्त की है।