विश्व बौद्धिक संपदा दिवस (वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी डे) 26 अप्रैल को दुनिया भर में मनाया जाता है ताकि पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और डिजाइनों के प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके। इस दिन का उद्देश्य आम जनता को नवाचार और रचनात्मकता के समर्थन में बौद्धिक संपदा (IP) अधिकारों की भूमिका के बारे में शिक्षित करना है।
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2021 का विषय “IP एंड स्मॉल एंड मिडियम – साइज्ड एंटरप्राइजेज (SME): टेकिंग योर आइडिया टू मार्केट” है।
विषय SME के विकास की दिशा में IP के लाभों पर प्रकाश डालता है।
पृष्ठभूमि:
2000 में, बौद्धिक संपदा के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) की एजेंसी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) के सदस्य राष्ट्रों ने हर साल 26 अप्रैल को विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के रूप में मनाने को घोषित किया था।
26 अप्रैल क्यों?
26 अप्रैल का दिन वह दिन है जिस दिन को 1970 में WIPO कन्वेंशन लागू हुआ था।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की स्थापना कन्वेंशन पर 14 जुलाई 1967 को स्वीडन के स्टॉकहोम में हस्ताक्षर किए गए थे।
बौद्धिक संपदा क्या है?
i.बौद्धिक संपदा में बौद्धिक मनुष्यों की अमूर्त रचनाएँ शामिल हैं।
ii.IP के प्रसिद्ध प्रकार कॉपीराइट, पेटेंट, ट्रेडमार्क और ट्रेड सिक्रेट्स हैं।
iii.बौद्धिक संपदा अधिकार उनकी रचनाओं पर एक व्यक्ति के अधिकार हैं, यह रचनाकारों को एक समय की अवधि के लिए उनके निर्माण पर एक विशेष अधिकार प्रदान करता है।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) के बारे में:
महानिदेशक- डैरन टैंग
मुख्यालय- जिनेवा, स्विट्जरलैंड
सदस्य- 193
स्थापित- 1967