विश्व चगास रोग दिवस दुनिया भर में 14 अप्रैल को मनाया जाता है, ताकि प्रोटोजोआ परजीवी ट्रिपेनोसोमा क्रेजी (T. क्रुज़ी) के कारण होने वाली जानलेवा बीमारी चगास रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
पृष्ठभूमि:
i.मई 2019 में 72 वें विश्व स्वास्थ्य सभा के निर्णय पर हर साल 14 अप्रैल को विश्व चगास रोग दिवस के रूप में स्थापित किया गया था।
ii.पहला विश्व चगास रोग दिवस 14 अप्रैल 2020 को मनाया गया।
14 अप्रैल ही क्यों?
14 अप्रैल उस दिन का प्रतीक है जिस पर 1909 में ब्राजील के चिकित्सक और शोधकर्ता कार्लोस रिबेरो जस्टिनो चगास ने इस बीमारी के पहले मानव मामले का निदान किया था, जो कि 2 साल की एक लड़की थी जिसका नाम बेर्निस सोरेस डी मौरा था।
चगास रोग:
i.चगास रोग को अमेरिकी ट्रिपेनोसोमियासिस के नाम से भी जाना जाता है।
ii.इस बीमारी का नाम कार्लोस रिबेरो जस्टिनियानों चगास के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1909 में इस बीमारी का पता लगाया था।
iii.यह बीमारी 21 महाद्वीपीय लैटिन अमेरिकी देशों के क्षेत्रों के लिए स्थानिक बिमारी है।
iv.यह रोग ‘किसिंग बग’ के नाम से जाना जाने वाले ट्राइटोमाइन बग (वेक्टर-जनित) के मल या मूत्र के संपर्क के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है।
लक्षण:
रोग के पुराने चरण के दौरान, लगभग 30% रोगियों को हृदय संबंधी विकार और 10% को पाचन, तंत्रिका संबंधी या मिश्रित विकारों का अनुभव होता है।
संचरण:
i.रक्त या रक्त उत्पाद आधान के माध्यम से
ii.कंजेनिटल संचरण
iii.इन्द्रिय प्रत्यारोपण
उपचार:
चगास रोग का इलाज निम्न 2 एंटीपैरासिटिक दवाओं के साथ किया जा सकता है।
- बेंज़निडाज़ोल
- निफर्टिमॉक्स
अतिरिक्त तथ्य:
i.यह अनुमान है कि दुनिया भर में लगभग 6 से 7 मिलियन लोग 10,000 मौतों के साथ T. क्रुज़ी से संक्रमित हैं।
ii.संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा और कई यूरोपीय और पश्चिमी प्रशांत देशों में इस बीमारी का तेजी से पता लगा था।
iii.उचित उपचार के बिना, यह रोग गंभीर हृदय और पाचन परिवर्तनों को जन्म दे सकता है और घातक हो सकता है।