विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस (WCDD), जिसे विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस के रूप में भी जाना जाता है, नागरिक सुरक्षा के महत्व और इसके लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले कर्मियों का सम्मान करने के लिए प्रतिवर्ष 1 मार्च को दुनिया भर में मनाया जाता है।
- 1 मार्च 2024 को 35वां WCDD मनाया जा रहा है।
उद्देश्य: नागरिक सुरक्षा और लोगों और समुदायों को आपात स्थितियों और आपदाओं के प्रभाव से बचाने में इसके महत्व के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना।
विषय & नारा:
i.WCDD 2024 का विषय “ऑनर हीरोज एंड प्रमोट सेफ्टी स्किल्स” है।
ii.दिवस का नारा “इनोवेटिव टेक्नोलॉजीज इन द सिविल प्रोटेक्शन सर्विस ” है।
पृष्ठभूमि:
i.WCDD की स्थापना जिनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) द्वारा की गई थी।
ii.पहला विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस 1990 में संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा मनाया गया था।
iii.नागरिक सुरक्षा दिवस का आधिकारिक उद्घाटन 2012 में ICDO द्वारा किया गया था।
1 मार्च क्यों?
1 मार्च को ICDO के संविधान के लागू होने की वर्षगांठ है। ICDO संविधान 17 अक्टूबर 1966 को अपनाया गया, 1 मार्च 1972 को लागू हुआ।
ICDO का इतिहास:
i.1931 में, सर्जन-जनरल जॉर्जेस सेंट-पॉल ने पेरिस, फ्रांस में “Association des Lieux de Genève” की स्थापना की।
ii.1958 में संगठन का नाम बदलकर अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) कर दिया गया।
iii.1972 में, ICDO (संयुक्त राष्ट्र, संधि श्रृंखला, खंड 985, पंजीकरण संख्या 14376) को अंतर सरकारी संगठन (IO) का दर्जा दिया गया था।
कार्य:
i.ICDO आबादी की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित करने वाली संरचनाओं के राज्यों द्वारा विकास में योगदान देता है।
ii.यह प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं की स्थिति में संपत्ति और पर्यावरण की भी सुरक्षा करता है।
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) के बारे में:
महासचिव – नजौपौओ YAP मारियाटौ
मुख्यालय – जिनेवा, स्विट्जरलैंड
स्थापना – 1931
सदस्य – सदस्य राज्य (60); पर्यवेक्षक राज्य (16); संबद्ध सदस्य (22)