31 मई 2021 को, रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह ने 108 वस्तुओं वाली ‘दूसरी सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची’ को मंजूरी दी। दूसरी सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची सैन्य मामलों के विभाग, रक्षा मंत्रालय (MoD) द्वारा प्रस्तावित है।
i.इसे रक्षा खरीद में आत्मनिर्भरता में सुधार और भारत के रक्षा निर्यात को बढ़ाने के लिए “आत्मनिर्भर-भारत” के एक भाग के रूप में लिया गया है।
ii.दिसंबर 2021 से दिसंबर 2025 तक चरणबद्ध तरीके से स्थानीय विनिर्माण के लिए रक्षा वस्तुओं की अनुमति दी जाएगी।
सूची में शामिल प्रमुख आइटम– हेलीकॉप्टर, नेक्स्ट जनरेशन कार्वेट, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) सिस्टम, टैंक इंजन, पहाड़ों के लिए मीडियम पावर रडार, MRSAM वेपन सिस्टम। दूसरी सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
iii.इससे रक्षा क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी कंपनियों में सुधार होगा और भारत में रक्षा स्टार्ट-अप और MSME के लिए मार्ग प्रशस्त होगा।
भारतीय रक्षा निर्यात:
i.भारत 2016-20 की अवधि के दौरान सऊदी अरब के बाद दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक है। जबकि भारत रक्षा निर्यात में 23वें स्थान पर है।
ii.भारत का रक्षा निर्यात 2017-18 में लगभग 4,700 करोड़ रुपये से 2018-19 में दोगुना होकर लगभग 11,000 करोड़ रुपये हो गया है।
भारत के कुछ रक्षा निर्यात– अफगानिस्तान को चीतल हेलीकॉप्टर, नेपाल को ध्रुव हेलीकॉप्टर और बुलेटप्रूफ जैकेट, मलेशिया को सुखोई 30 एवियोनिक्स और MIG स्पेयर पार्ट्स, मॉरीशस को अपतटीय गश्ती जहाज
हाल के संबंधित समाचार:
फरवरी 2021 में, डिफेन्स एक्वीजीशन कौंसिल (DAC) ने भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के लिए INR 13,700 करोड़ के विभिन्न हथियारों / उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी।
इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) के बारे में:
रक्षा खरीद में आत्मनिर्भरता में सुधार के लिए, भारत सरकार ने 1983 में 5 मिसाइल प्रणालियों के स्वदेशी विकास के लक्ष्य के साथ IGMDP की शुरुआत की।
5 मिसाइलें – पृथ्वी, आकाश, त्रिशूल, नाग और अग्नि
मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेन्स (MoD) के बारे में:
केंद्रीय मंत्री – राजनाथ सिंह (निर्वाचन क्षेत्र – लखनऊ, UP)
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) – श्रीपाद येसो नाइक (निर्वाचन क्षेत्र – उत्तरी गोवा, गोवा)