06 मार्च, 2023 को, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने डिजिटल पेमेंट्स अवेयरनेस वीक (DPAW) के हिस्से के रूप में मिशन ‘हर पेमेंट डिजिटल’ लॉन्च किया।
- उद्देश्य: डिजिटल पेमेंट्स की आसानी और सुविधा को सुदृढ़ करना और नए उपभोक्ताओं को डिजिटल पेमेंट्स सिस्टम में ऑनबोर्डिंग की सुविधा प्रदान करना है।
- मिशन विजन 2025 की अवधि तक चलेगा।
- विजन 2025 का विषय “ई-पेमेंट्स फॉर एव्रीवन, एव्रीवेयर एंड एव्रीटाइम” था।
पहल की गई:
i.DPAW:
- DPAW 2023 को RBI द्वारा 6 से 12 मार्च, 2023 तक पूरे भारत में डिजिटल पेमेंट्स के उपयोग को और गहरा करने के लिए मनाया जा रहा था।
- DPAW 2023 का अभियान विषय “डिजिटल पेमेंट अपनाओ, औरों को भी सिखाओ” (अडॉप्ट डिजिटल पेमेंट्स एंड ऑल्सो टीच अदर्स) है।
ii.जन भागीदारी(पीपल्स पार्टिसिपेशन): RBI के क्षेत्रीय कार्यालय भारतीय G20 प्रेसीडेंसी के तहत ‘जन भागीदारी’ कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में जागरूकता और आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
iii.75 डिजिटल विलेजेस: RBI ने आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ’75 डिजिटल विलेजेस’ नामक एक कार्यक्रम शुरू करने की भी योजना बनाई है।
- कार्यक्रम के तहत, भारत भर के 75 विलेजेस को पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्स (PSO) द्वारा डिजिटल पेमेंट इनेबल्ड विलेजेस में बदलने के लिए अपनाया जाएगा।
भारत में डिजिटल पेमेंट सिस्टम्स का विकास:
i.दिसंबर 2022 से, भारत में पेमेंट सिस्टम्स ने हर महीने 1000 करोड़ से अधिक लेनदेन को पार कर लिया है।
ii.UPI:
- UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस), NPCI द्वारा विकसित और 2016 में लॉन्च की गई इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम अब भारत में सबसे लोकप्रिय और पसंदीदा पेमेंट मोड के रूप में उभरी है।
- भारत में व्यक्ति से व्यक्ति (P2P) के साथ-साथ व्यक्ति से व्यापारी (P2M) लेनदेन कुल डिजिटल पेमेंट्स का 75% हिस्सा है।
- UPI लेनदेन की मात्रा जनवरी 2017 में 0.45 करोड़ से बढ़कर जनवरी 2023 में 804 करोड़ हो गई है और UPI लेनदेन का मूल्य महज 1,700 करोड़ रुपये से बढ़कर 12.98 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
iii.सीमापार लिंकेज:
- ‘UPI-PayNow लिंकेज’ की हालिया पहल हमारी पेमेंट सिस्टम्स के अंतर्राष्ट्रीयकरण और भारत और सिंगापुर की तेज़ भुगतान प्रणालियों के सीमा पार लिंकेज को सक्षम बनाती है।
- QR कोड आधारित और UPI सक्षम P2M पेमेंट्स भूटान, सिंगापुर और UAE में सक्षम थे।
- हाल ही में, G20 देशों के आगंतुकों को भी भारत में बैंक खाता न होने पर UPI में शामिल किया जाएगा।
iv.भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) ने बिल भुगतान को नकद/चेक से डिजिटल मोड में स्थानांतरित करना सुनिश्चित किया है। नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (NETC) सिस्टम ने टोल भुगतानों को डिजिटल मोड में स्थानांतरित करने की सुविधा प्रदान की। नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (NACH) सिस्टम ने डिजिटल रूप से सरकारी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर्स (DBT) पेमेंट्स को सक्षम किया है।
v.हाल ही में पैन-इंडिया डिजिटल पेमेंट्स सर्वे (90,000 उत्तरदाताओं को कवर करते हुए) के अनुसार लगभग 42% उत्तरदाताओं ने डिजिटल पेमेंट्स का उपयोग किया है।35 प्रतिशत गैर-उपयोगकर्ता थे, हालांकि डिजिटल पेमेंट्स के बारे में जानते थे जबकि 23 प्रतिशत जागरूक नहीं थे।
नोट – RBI का डिपार्टमेंट ऑफ़ पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम्स (DPSS) अपनी 18वीं वर्षगांठ मना रहा है (इसका गठन 7 मार्च, 2005 को हुआ था)।
हाल के संबंधित समाचार:
HDFC बैंक भारत का पहला निजी क्षेत्र का बैंक बन गया है, जो अपने ग्राहकों को BHIM (भारत इंटरफेस फॉर मनी) ऐप और अन्य UPI- सक्षम ऐप के साथ यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर अपने RuPay क्रेडिट कार्ड का उपयोग (लिंक) करने में सक्षम बनाता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के बारे में
रा1ज्यपाल – शक्तिकांत दास
उप राज्यपाल – महेश कुमार जैन, माइकल देवव्रत पात्रा, M. राजेश्वर राव, T. रबी शंकर
स्थापना – 1 अप्रैल 1935
मुख्यालय – मुंबई, महाराष्ट्र