नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट(NABARD) ने ओडिशा में दो मेगा पाइप पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं की स्थापना के लिए 254 करोड़ रुपये के रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड(RIDF) को मंजूरी दी है।
प्रमुख बिंदु:
i.दो जिलों में बनेंगे दो मेगा प्रोजेक्ट,
- जाजपुर जिला जो बड़ाचना और धर्मशाला ब्लॉकों को कवर करेगा
- पुरी जिला जो ब्रह्मगिरी और कृष्णप्रसाद ब्लॉक को कवर करेगा।
ii.70 लीटर पर कैपिटल पर डे (LPCD) स्वच्छ, सुरक्षित स्वच्छ पोर्टेबल पेयजल उपभोक्ता की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा।
iii.परियोजना क्षेत्र में आठ घंटे की आपूर्ति के साथ फंक्शनल हाउसहोल्ड टेप कनेक्शन(FHTC) के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी।
iv.इन परियोजनाओं के पूरा होने पर ओडिशा के 565 गांवों में 1.37 लाख घरों में 8.78 लाख ग्रामीण आबादी को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।
नोट:
परियोजनाओं से 2022 तक ग्रामीण आबादी को पेयजल उपलब्ध कराने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी
हाल के संबंधित समाचार:
5 मार्च 2021 को, NABARD के अध्यक्ष GR चिंताला ने एशिया पसिफ़िक रूरल एंड एग्रीकल्चरल क्रेडिट एसोसिएशन(APRACA) के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने बैंक ऑफ सीलोन (BOC) के महाप्रबंधक DPK गुनासेकेरा का जगह ले ली।
नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) के बारे में:
NABARD की स्थापना राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक अधिनियम 1981 को लागू करने के लिए B शिवरामन समिति (संसद के अधिनियम 61, 1981 द्वारा) की सिफारिशों पर की गई थी।
स्थापित – 12 जुलाई 1982
अध्यक्ष– गोविंदा राजुलु चिंताला
मुख्यालय – मुंबई, महाराष्ट्र