भारत का मौसम विभाग (IMD) ओडिशा के बालासोर में भारत का पहला वज्रपात अनुसंधान परीक्षण स्थापित करने के लिए तैयार है। परीक्षण को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, IMD, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के बीच सहयोग से स्थापित किया जाएगा।
बालासोर में वज्रपात का परीक्षण:
उद्देश्य: ओडिशा और पूर्वी राज्यों में बिजली के हमलों के कारण मानव की मृत्यु और संपत्तियों के नुकसान को कम करना।
जरुरत:
-डॉ मृत्युंजय महापात्रा, ‘साइक्लोन मैन ऑफ इंडिया’ ने कहा कि हर साल अप्रैल से जून के बीच ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में बिजली गिरने के कारण कई लोगों की जान चली जाती है।
-ओडिशा में हर साल औसतन लगभग 350 लोग बिजली गिरने से मारे जाते हैं।
-ओडिशा ने 2019-2020 तक नौ वर्षों में बिजली गिरने के कारण लगभग 3218 लोगों की जान गंवाई है।
विशेषताएं:
i.अनुसंधान इकाई रडार, पवन प्रोफाइलर, माइक्रोवेव रेडियोमीटर जैसे संवर्धित अवलोकन प्रणालियों से सुसज्जित होगी।
ii.नॉरवेस्टर आंधी का अध्ययन करने के लिए स्वचालित मौसम स्टेशन उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में स्थापित किए जाएंगे।
iii.उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में उन्नत अवलोकन प्रणाली स्थापित की जाएगी।
प्रमुख बिंदु:
i.IMD के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्रा ने यह भी घोषणा की है कि भोपाल में अपनी तरह का पहला मानसून परीक्षण किया जा रहा है।
ii.दोनों गरज वाले अनुसंधान परीक्षण और मॉनसून परीक्षण दोनों योजना चरण में हैं और इन परियोजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट बनाई जा रही है।
हाल की संबंधित खबरें:
19-20 दिसंबर 2020 को, केंद्रीय रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह ने अपनी यात्रा रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के डॉ APJ अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स के दौरान हैदराबाद, तेलंगाना में भारत की पहली उन्नत हाइपरसोनिक विंड टनल (HWT) परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बारे में:
केंद्रीय मंत्री- डॉ हर्षवर्धन
IMD के बारे में:
महानिदेशक- डॉ मृत्युंजय महापात्र
मुख्यालय- नई दिल्ली, दिल्ली