सितंबर 2021 में, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने सामाजिक सुरक्षा पर अपनी प्रमुख रिपोर्ट ‘वर्ल्ड सोशल प्रोटेक्शन रिपोर्ट 2020-22: सोशल प्रोटेक्शन एट द क्रॉसरोड्स – इन पर्सुट ऑफ ए बेटर फ्युचर’ नाम से जारी की है।
- रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आबादी की आधी यानी 53 फीसदी (4.1 अरब) के पास किसी भी तरह की सामाजिक सुरक्षा नहीं थी।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष:
i.2020 तक, वैश्विक आबादी का केवल 46.9 प्रतिशत प्रभावी रूप से कम से कम 1 सामाजिक सुरक्षा लाभ से आच्छादित हैं, जबकि शेष 53.1 प्रतिशत (4.1 बिलियन) लोगों को अपनी राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा प्रणाली से कोई आय सुरक्षा प्राप्त नहीं होती है।
ii.सरकारी खर्च: देशों द्वारा सामाजिक सुरक्षा (स्वास्थ्य को छोड़कर) पर औसतन सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 12.8 प्रतिशत खर्च किया गया।
- उच्च आय वाले देश लगभग 16.4 प्रतिशत खर्च करते हैं, जबकि कम आय वाले देश अपने सकल घरेलू उत्पाद का केवल 1.1 प्रतिशत सामाजिक सुरक्षा पर खर्च करते हैं।
iii.क्षेत्रीय असमानताएँ:
दुनिया भर में सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत कवरेज की विभिन्न दरें निम्नलिखित हैं,
- यूरोप और मध्य एशिया – 84 प्रतिशत लोग कम से कम एक लाभ से आच्छादित हैं। अमेरिका – 64.3 प्रतिशत; एशिया और प्रशांत – 44 प्रतिशत; अरब राज्य – 40 प्रतिशत; और अफ्रीका – 17.4 प्रतिशत।
iv.अतिरिक्त निवेश:
COVID-19 की शुरुआत के बाद से, सभी के लिए कम से कम न्यूनतम सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक अतिरिक्त खर्च में ~ 30 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
- कम आय वाले देशों को न्यूनतम सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रति वर्ष 77.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर (GDP के 15.9 प्रतिशत के बराबर) के अतिरिक्त निवेश की आवश्यकता है।
- निम्न-मध्यम आय वाले देश – 362.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष (GDP के 5.1 प्रतिशत के बराबर) की आवश्यकता है।
- उच्च-मध्यम-आय वाले देशों को प्रति वर्ष 750.8 बिलियन डॉलर (GDP के 3.1 प्रतिशत के बराबर) की आवश्यकता होगी।
v.वर्ल्डवाइड रिपोर्ट: दुनिया भर में 4 में से केवल 1 बच्चे (26.4 प्रतिशत) को सामाजिक सुरक्षा लाभ प्राप्त होता है, दुनिया भर में नवजात शिशुओं के साथ केवल 45 प्रतिशत महिलाओं को नकद मातृत्व लाभ प्राप्त होता है, और दुनिया भर में 3 में से केवल 1 गंभीर रूप से विकलांग व्यक्ति (33.5 प्रतिशत) विकलांगता लाभ प्राप्त करते हैं।
सामाजिक सुरक्षा: इसमें स्वास्थ्य देखभाल और वृद्धावस्था, बेरोजगारी, बीमारी, विकलांगता, काम पर चोट, या परिवार में मुख्य कमाने वाले की हानि आदि से संबंधित आय सुरक्षा उपायों तक पहुंच शामिल है।
हाल के संबंधित समाचार:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा किए गए एक नए अध्ययन के अनुसार, लंबे समय तक काम करने से अधिक लोगों को काम से संबंधित विकलांगता और स्ट्रोक और इस्केमिक हृदय रोग के कारण जल्दी मौत का खतरा होता है। यह अध्ययन लंबे समय तक काम करने से जुड़े जीवन और स्वास्थ्य के नुकसान पर अपनी तरह का पहला अध्ययन है।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के बारे में:
ILO- International Labour Organization
स्थापना – 1919
मुख्यालय – जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
महानिदेशक – गाइ राइडर
सदस्य देश – 187 सदस्य देश