राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा फिफ्थ साइकिल ऑफ़ मैनेजमेंट इफेक्टिवनेस इवैल्यूएशन ऑफ़ टाइगर रिजर्वस इन इंडिया इन 2022 की सारांश रिपोर्ट के अनुसार, केरल में पेरियार टाइगर रिजर्व (TR) 94.38% के मैनेजमेंट इफेक्टिवनेस इवैल्यूएशन (MEE) स्कोर के साथ भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रबंधित टाइगर रिजर्व की सूची में सबसे ऊपर है।
- पेरियार TR के बाद सतपुड़ा TR (मध्य प्रदेश) और बांदीपुर TR (कर्नाटक) का MEE स्कोर 93.18% और नागरहोल TR 92.42% है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैसूर, कर्नाटक में प्रोजेक्ट टाइगर कार्यक्रम के 50 साल पूरे होने के अवसर पर उद्घाटन करते हुए यह रिपोर्ट जारी की।
MEE स्कोर के बारे में:
i.MEE रिजर्वस के मैनेजमेंट के दृष्टिकोण और उनके संबद्ध परिदृश्य कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण दृष्टिकोण है,
- रेटिंग प्रणाली के अनुसार, 90% और उससे अधिक को उत्कृष्ट, 75-89% को बहुत अच्छा, 60-74% को अच्छा और 50-59% को उचित माना जाता है।
ii.यह मूल्यांकन टाइगर कन्सेर्वटिव योजना की स्थिति, कर्मियों और अन्य संसाधनों की पर्याप्तता, वन्यजीव संरक्षण में प्रशिक्षित जनशक्ति संसाधनों की उपलब्धता और खतरे वाली प्रजातियों की जनसंख्या प्रवृत्ति जैसे 32 मापदंडों पर आधारित था।
iii.यह स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके वन प्रणाली के संरक्षण के लिए एक तंत्र तैयार करने में सहायता करता है।
टाइगर रिजर्वस की रेटिंग:
i.2022 में फिफ्थ साइकिल ऑफ़ MEE ऑफ़ TR इन इंडिया इन 2022 में फोर्थ साइकिल ऑफ़ MEE TR असेसमेंट 2018 (70%) की तुलना में 51 टाइगर रिजर्वस के लिए औसत MEE स्कोर (77.92%) (50% से 94% के बीच) में 8% की समग्र वृद्धि का संकेत मिलता है।
ii.कुल 12 टाइगर रिजर्वस ने ‘एक्सीलेंट’ श्रेणी हासिल की है, इसके बाद 20 टाइगर रिजर्व ‘वेरी गुड’ श्रेणी में, 14 टाइगर रिजर्वस ‘गुड’ श्रेणी में और 5 टाइगर रिजर्वस ‘फेयर’ श्रेणी में हैं।
- फिफ्थ साइकिल में “पुअर” श्रेणी में कोई टाइगर रिजर्व रेट नहीं किया गया है।
iii.मूल्यांकन के फिफ्थ साइकिल में, भारत में किसी भी टाइगर रिजर्व को खराब श्रेणी में नहीं रखा गया था।
नोट: 53 टाइगर रिजर्वस, रामगढ़ विषधारी और रानीपुर टाइगर रिजर्वस में से नए घोषित टाइगर रिजर्वस फिफ्थ साइकिल ऑफ़ MEE में शामिल नहीं हैं।
एक्सीलेंट श्रेणी के तहत 12 टाइगर रिजर्वस:
टाइगर रिजर्वस | राज्य | TR अधिसूचना वर्ष | MEE स्कोर |
---|---|---|---|
पेरियार | केरल | 2007 | 94.38 |
सतपुड़ा | मध्य प्रदेश | 2007 | 93.18 |
बांदीपुर | कर्नाटक | 2007 | 93.18 |
नागरहोल | कर्नाटक | 2007 | 92.42 |
कान्हा | मध्य प्रदेश | 2007 | 91.67 |
बिलीगिरी रंगनाथ स्वामी मंदिर (BRT हिल्स) | कर्नाटक | 2007 | 91.67 |
अन्नामलाई | तमिलनाडु | 2007 | 91.67 |
पेंच(MH) | मध्य प्रदेश | 2007 | 90.91 |
भद्रा | कर्नाटक | 2007 | 90.91 |
काली (दांडेली-अंशी) | कर्नाटक | 2007 | 90.30 |
सिमलीपाल | ओडिशा | 2007 | 90.15 |
मुदुमलई | तमिलनाडु | 2007 | 90.15 |
प्रमुख बिंदु:
i.2006 से, भारत सरकार पूरे भारत में टाइगर रिजर्वस का आकलन करने के लिए MEE का उपयोग कर रही है।
ii.वर्तमान में, भारत में 998 संरक्षित क्षेत्र हैं जो 1,73,629 sq km(भारत के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 5.28%) के क्षेत्र को कवर करते हैं।
iii.भारत के संरक्षित क्षेत्रों में 106 राष्ट्रीय उद्यान, 567 वन्यजीव अभयारण्य, 105 संरक्षण रिजर्वस और 220 सामुदायिक रिजर्वस शामिल हैं।
iv.इनमें से 53 टाइगर रिजर्वस अधिसूचित किए गए हैं, जो संरक्षित क्षेत्रों के आसपास सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत के रूप में काम करते हैं।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के बारे में:
NTCA का गठन वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38 L (1) के तहत किया गया है।
NTCA पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) के तहत एक वैधानिक निकाय है।
अध्यक्ष– भूपेंद्र यादव (केंद्रीय MoEF&CC मंत्री)
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली