बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) के अर्थशास्त्रियों द्वारा संकलित एक रिपोर्ट के अनुसार, 1990 के बाद से जेंडर असमानता ने दुनिया की कीमत 70 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर लगाई है। इसमें यह भी कहा गया है कि, लैंगिक अंतर को पाटने में न्यूनतम 257 साल लगेंगे।
i.लिंग असमानता के कारण मानव पूंजी धन का नुकसान USD 160.2 ट्रिलियन का अनुमान है।
ii.यदि सभी देश लिंग-समान हो जाते हैं, तो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 2025 तक USD 28 ट्रिलियन तक बढ़ जाएगा।
iii.रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, LGBTQ+ कम्युनिटी, USD 3.9 ट्रिलियन में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के बराबर है।
महामारी ने लिंग असमानता को गहरा किया
रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी ने लिंग असमानता संकट को और गहरा कर दिया है।
-महामारी के कारण, 2021 में लगभग 961 मिलियन लोगों को अत्यधिक गरीबी में फिसलने का अनुमान है, जिनमें से 47 मिलियन महिलाएं होंगी।
-महिलाओं की नौकरियां जोखिम में 19% अधिक थीं।
विकलांग बच्चे
रिपोर्ट में कहा गया है कि उभरते बाजार वाले देशों में विकलांग 90% बच्चे स्कूलों में नहीं जाते हैं।
हाल के संबंधित समाचार:
10 दिसंबर 2020 को, भारत का पहला LGBT + वर्कप्लेस इक्वैलिटी इंडेक्स, इंडिया वर्कप्लेस इक्वलिटी इंडेक्स (IWEI) इंडेक्स पर आधारित “इंडिया वर्कप्लेस इक्वलिटी इंडेक्स टॉप एम्प्लॉयर्स 2020 रिपोर्ट” KSF, प्राइड सर्कल, स्टोनवाल और FICCI द्वारा वर्चुअल तरीके से लॉन्च किया गया था।
बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) के बारे में:
CEO– ब्रायन मोयनिहान
मुख्यालय– चार्लोट, उत्तरी कैरोलिना, संयुक्त राज्य अमेरिका