राष्ट्रीय प्रेस दिवस (NDP) पूरे भारत में 16 नवंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जिस दिन भारतीय प्रेस परिषद (PCI) ने नैतिक प्रहरी के रूप में अपना कार्य शुरू किया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रेस उच्च मानकों को बनाए रखे और किसी भी तरह के प्रभाव या धमकियों से बाधित न हो।
- यह दिन समाज में एक स्वतंत्र और जवाबदेह प्रेस के महत्वपूर्ण योगदान को पहचानने और उसका जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है।
- यह दिन लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में प्रेस की भूमिका को भी मान्यता देता है।
विषय:
राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2024 का विषय “चेंजिंग नेचर ऑफ द प्रेस“ है।
- विषय मीडिया परिदृश्य की बदलती गतिशीलता पर प्रकाश डालता है।
2024 के कार्यक्रम:
i.PCI ने राष्ट्रीय मीडिया केंद्र, नई दिल्ली, दिल्ली में राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2024 मनाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता PCI के अध्यक्ष न्यायमूर्ति राजन प्रकाश देसाई ने की।
ii.सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई, जबकि सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) के राज्य मंत्री डॉ. L. मुरुगन, वरिष्ठ पत्रकार और पद्म भूषण कुंदन रमनलाल व्यास मुख्य अतिथि थे।
iii.राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर प्रतिवर्ष प्रदान किया जाने वाला पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार, प्रिंट मीडिया में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। यह विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण पत्रकारों को मान्यता देता है, जिसमें राजा राम मोहन राय पुरस्कार सर्वोच्च सम्मान है।
पृष्ठभूमि:
i.1954 में आयोजित प्रथम प्रेस आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि पत्रकारिता में पेशेवर नैतिकता बनाए रखने के लिए उद्योग से जुड़े लोगों के साथ एक वैधानिक प्राधिकरण निकाय बनाया जाना चाहिए।
ii.इसके बाद, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) की स्थापना 4 जुलाई 1966 को प्रेस काउंसिल एक्ट 1965 के तहत की गई और 16 नवंबर 1966 को इसने अपना काम शुरू किया।
- PCI एक वैधानिक अर्ध-न्यायिक स्वायत्त प्राधिकरण है जिसे 1979 में संसद के एक अधिनियम, प्रेस काउंसिल एक्ट, 1978 के तहत फिर से स्थापित किया गया था।
नोट: न्यायमूर्ति जनार्दन रघुनाथ मुधोलकर (JR मुधोलकर) को PCI का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उन्होंने 1960 से 1966 तक भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य किया।
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2024
i.रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (Reporters sans frontières – RSF) के 22ण्ड वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स (WPFI 2024) के अनुसार, भारत 31.28 स्कोर के साथ 180 देशों में से 159वें स्थान पर है।
ii.नॉर्वे 91.81 के स्कोर के साथ (लगातार आठवें वर्ष) सूची में शीर्ष पर रहा, उसके बाद डेनमार्क (दूसरा) और स्वीडन (तीसरा) रहे।
प्रेस को सशक्त बनाने की पहल:
i.PCI ने प्रेस की स्वतंत्रता पर सहयोग को प्रोत्साहित करने और शांतिपूर्ण पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, इंडोनेशिया और म्यांमार जैसे देशों में मीडिया परिषदों के साथ काम किया है।
ii.प्रेस परिषदों का दक्षिण एशियाई गठबंधन(SAAPC) का गठन क्षेत्र में प्रेस परिषदों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया था।
iii.PCI ने दुनिया भर में प्रेस की स्वतंत्रता का समर्थन करने और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए इंडोनेशिया, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों की प्रेस परिषदों के साथ समझौते किए हैं।
नोट:
1780 में जेम्स ऑगस्टस हिक्की द्वारा शुरू किया गया हिकी का बंगाल गजट भारत का पहला समाचार पत्र था। यह कलकत्ता (अब कोलकाता) में अंग्रेजी में साप्ताहिक रूप से प्रकाशित होता था और ब्रिटिश शासन की आलोचना करने के लिए जाना जाता था।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) के बारे में:
अध्यक्ष– न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली
स्थापना– 1966