3 फरवरी, 2021 को पंजाब का पहला ‘सेंट्रल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट’, मोगा के ग्राम दाउधार में स्थापित किया गया, पंजाब ने मोगा जिले के 85 गांवों को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति शुरू की। इस संयंत्र को विश्व बैंक से INR 232 करोड़ की वित्तीय सहायता के साथ बनाया गया था।
‘केंद्रीय जल उपचार संयंत्र‘ के बारे में:
i.यह संयंत्र अबोहर नहर शाखा से 50 MLD (प्रति दिन लाखों लीटर पानी) शुद्ध करने में सक्षम है।
ii.शामिल गाँव – मोगा में एक, बाघा पुराण के 47 गाँव और निहाल सिंह वाला के 37 गाँव।
iii.संयंत्र 4.5 लाख लोगों के घरों में भूमिगत पाइपलाइनों के माध्यम से 24 घंटे सुरक्षित पेयजल सुविधा प्रदान करेगा।
iv.परियोजना लार्सन एंड टुब्रो (L&T) द्वारा विकसित की गई थी, जो अगले 10 वर्षों के लिए परियोजना के संचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होगी।
अवसंरचना:
-161 पानी की टंकियाँ घरों में शुद्ध पानी की आपूर्ति के लिए बनाई गई हैं।
-85 गांवों को कवर करते हुए 332 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है।
हाल की संबंधित खबरें:
i.विश्व बैंक ने 6 भारतीय राज्यों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए ‘STARS’ परियोजना के तहत 500 मिलियन अमरीकी डॉलर की मंजूरी दी।
ii.विश्व बैंक ने SNGRBP के माध्यम से 400 मिलियन अमरीकी डॉलर के साथ गंगा कायाकल्प के लिए वित्तीय सहायता को बढ़ाया है।
विश्व बैंक के बारे में:
मुख्यालय- वाशिंगटन, D.C., यूनाइटेड स्टेट्स
अध्यक्ष- डेविड R. मलपास
पंजाब के बारे में:
जूलॉजिकल पार्क- महेंद्र चौधरी जूलॉजिकल पार्क,
श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अमृतसर, पंजाब में स्थित है।