22 जून 2021 को, भारत और फिजी ने एक आभासी बैठक के दौरान कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन भारत के मिनिस्ट्री ऑफ़ एग्रीकल्चर & फार्मर्स वेलफेयर(MoA&FW) और फिजी के कृषि मंत्रालय द्वारा निष्पादित किया जाएगा।
समझौता ज्ञापन की अवधि:
यह हस्ताक्षर करने की तारीख से पांच साल की अवधि के लिए लागू होगा।
हस्ताक्षरकर्ता:
इस पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भारत की ओर से MoA&FW और फिजी के कृषि, जलमार्ग और पर्यावरण मंत्री डॉ महेंद्र रेड्डी ने हस्ताक्षर किए।
क्या है MoU में?
MoU के तहत, डेयरी उद्योग विकास, चावल उद्योग विकास, जड़ फसल विविधीकरण, जल संसाधन प्रबंधन, नारियल उद्योग विकास, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विकास, कृषि मशीनीकरण, बागवानी उद्योग विकास, कृषि अनुसंधान, पशुपालन, कीट और रोग, खेती, मूल्य संवर्धन और विपणन, कटाई के बाद और मिलिंग, प्रजनन और कृषि विज्ञान के क्षेत्रों में सहयोग होगा।
i.समझौता ज्ञापन में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्यक्रमों की योजना और सिफारिश के लिए एक जॉइंट वर्किंग ग्रुप (JWG) की स्थापना भी की जाएगी। यह JWG भारत और फिजी में हर दो साल में एक बार बारी-बारी से अपनी बैठकें आयोजित करेगा।
ii.यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग को भी मजबूत करेगा।
नोट :
फिजी सरकार के अनुरोध पर, भारत ने चक्रवात यासा से प्रभावित समुदायों के लिए अनुदान के रूप में 14 किस्मों के फलों और सब्जियों के लगभग 7 टन बीज वितरित किए।
कृषि में विकास के लिए भारत सरकार द्वारा किए गए प्रयास:
i.1 लाख करोड़ कृषि अवसंरचना कोष की स्थापना
ii.10 हजार FPO (फार्मर्स प्रोडूसर आर्गेनाईजेशन) का निर्माण
iii.कोरोना महामारी के दौरान किसानों को 2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया है
हाल के संबंधित समाचार:
14 अप्रैल 2021 को, मिनिस्ट्री ऑफ़ एग्रीकल्चर & फार्मर्स वेलफेयर (MoA&FW) ने 6 राज्यों में 10 जिलों के 100 गांवों में एक पायलट प्रोजेक्ट करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। पायलट कार्यक्रम का उद्देश्य इनपुट लागत को कम करना और किसानों की आय को बढ़ाना है।
फिजी के बारे में:
राजधानी– सुवा
मुद्रा– फ़ीजी डॉलर
प्रधान मंत्री– Josaia Voreqe Bainimarama