7 अक्टूबर, 2021 को, भारत आधिकारिक तौर पर नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह के दौरान प्रकृति और लोगों के लिए उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन (HAC) में शामिल हो गया है। इस संबंध में, भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) के सचिव रामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन को हस्ताक्षरित HAC समझौता सौंपा।
यह जुड़ाव 11-15 अक्टूबर, 2021 को चीन द्वारा वस्तुतः आयोजित की जाने वाली उच्च-स्तरीय जैव विविधता बैठक से पहले हुआ है।
प्रकृति और लोगों के लिए HAC के बारे में:
भारत HAC में शामिल होने वाली प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के BRICS ब्लॉक (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) में से पहला है। यह कोस्टा रिका और फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम द्वारा महासागर सह-अध्यक्ष के रूप में सह-अध्यक्षता वाले 70 से अधिक देशों का एक समूह है।
- यह 2030 तक दुनिया की कम से कम 30% भूमि और महासागर यानी 30*30 की रक्षा के लिए वैश्विक समझौते को अपनाने को प्रोत्साहित करता है।
हाल के संबंधित समाचार:
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसका शीर्षक है, “मौसम, जलवायु और जल चरम सीमाओं से मृत्यु दर और आर्थिक नुकसान (1970-2019)” जिसमें कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन द्वारा संचालित बाढ़ और गर्मी जैसी आपदाओं की संख्या में पिछले 50 वर्षों में पांच गुना वृद्धि हुई है।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) के बारे में:
MoEF&CC- Ministry of Environment, Forest and Climate Change
केंद्रीय मंत्री– भूपेंद्र यादव (राज्य सभा- राजस्थान)
राज्य मंत्री– अश्विनी कुमार चौबे (निर्वाचन क्षेत्र- बक्सर, बिहार)