वैश्विक व्यापार और अर्थव्यवस्था में नाविकों के योगदान को मान्यता देने के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) का नाविक दिवस प्रतिवर्ष 25 जून को दुनिया भर में मनाया जाता है। उद्देश्य – इस दिवस का उद्देश्य समुद्री यात्रा के दौरान नाविकों के सामने आने वाले खतरे के बारे में जागरूकता पैदा करना और जनता को शिक्षित करना है।
यह दिवस अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) द्वारा मनाया जाता है, जो संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है जो शिपिंग को विनियमित करने के लिए जिम्मेदार है।
पृष्ठभूमि:
i.नाविक दिवस की स्थापना जून 2010 में मनीला, फिलीपींस में आयोजित नाविकों के प्रशिक्षण, प्रमाणन और निगरानी मानकों (STCW) पर अंतर्राष्ट्रीय कंवेशन के पार्टियों के सम्मेलन द्वारा 1978 में अपनाए गए संकल्प द्वारा की गई थी।
ii.अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) द्वारा 2010 में इस नाविक दिवस की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया था।
iii.नाविक दिवस को संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुपालन की वार्षिक सूची में शामिल किया गया है।
iv.नाविक दिवस पहली बार 25 जून 2011 को मनाया गया था।
2021 का अभियान:
i.2021 का नाविक दिवस का अभियान सरकारों को COVID-19 महामारी के बीच नाविकों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित करता है और “फेयर फ्युचर फॉर सीफारर्स” का आह्वान करता है।
ii.अभियान नाविकों के साथ उचित व्यवहार, काम करने की उचित स्थिति, निष्पक्ष प्रशिक्षण, निष्पक्ष सुरक्षा और अन्य मुद्दों पर चर्चा करेगा, जो महामारी के बाद नाविकों के लिए प्रासंगिक होंगे।
iii.#FairFuture4Seafarers अभियान के लिए हैशटैग होगा।
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) के बारे में:
IMO को अंतर-सरकारी समुद्री सलाहकार संगठन, या IMCO के रूप में स्थापित किया गया था और 1982 में इसका नाम बदलकर अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) कर दिया गया था।
महासचिव– किटक लिम (कोरिया गणराज्य)
मुख्यालय– लंदन, यूनाइटेड किंगडम
स्थापना- 1948