प्राइसवाटरहाउसकूपर्स (PwC) के सहयोग से वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) द्वारा जारी ‘उपस्किलिंग फॉर शेयर्ड प्रोस्पेरिटी इकनोमिक’- जनवरी 2021 रिपोर्ट के अनुसार, अपस्किलिंग में निवेश 2030 तक ग्लोबल GDP को 6.5 ट्रिलियन अमरीकी डालर तक बढ़ा सकता है, यह भी जोड़ सकता है कि इसमें 2030 तक भारत के GDP को 570 बिलियन अमरीकी डालर (INR 40 लाख करोड़) तक बढ़ाने की क्षमता है।
i.अपस्किलिंग में 2030 तक 5.3 मिलियन नई नौकरियां सृजित करने की क्षमता है और यह अधिक समावेशी और टिकाऊ वैश्विक अर्थव्यवस्था में मदद करेगी।
ii.WEF की द दावोस एजेंडा 2021 के दौरान रिपोर्ट जारी की गई थी।
iii.समुचित अपस्किलिंग और रीस्किलिंग की पहल के साथ, भारत में कुल GDP के 6.8% के बराबर GDP लाभ की क्षमता है।
प्रमुख बिंदु:
i.रीस्किलिंग और अपस्किलिंग लोगों को चौथे औद्योगिक क्रांति द्वारा बनाई गई नौकरियों के लिए आवश्यक अनुभव और कौशल से लैस करने में मदद करेगा। वे 2030 तक वैश्विक उत्पादकता को 3% बढ़ा देंगे।
ii.नए कौशल सीखना COVID-19 से उबरने की कुंजी होगी।
iii.रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 23 लाख में दूसरा सबसे बड़ा अतिरिक्त रोजगार की संभावना है।
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WEF द्वारा जारी “द फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2020” के तीसरे संस्करण के अनुसार, COVID-19 और टेक्नोलॉजिकल एडवांस 2025 तक लगभग 85 मिलियन जॉब्स को बाधित करेगा।
विश्व आर्थिक मंच (WEF) के बारे में:
संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष- क्लाउस श्वाब
मुख्यालय– कॉलोनी, स्विट्जरलैंड