केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, शिक्षा मंत्रालय (MoE) ने नई दिल्ली, दिल्ली में स्कूली छात्रों के लिए एक वेब पोर्टल ‘अपना चंद्रयान‘ लॉन्च किया। वेब पोर्टल राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा विकसित किया गया था।
- उन्होंने छात्रों के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान-3 मिशन पर व्यापक परिप्रेक्ष्य पेश करने वाले 10 विशेष मॉड्यूल भी लॉन्च किए।
- मॉड्यूल वैज्ञानिक, तकनीकी और सामाजिक पहलुओं के साथ-साथ मिशन में शामिल वैज्ञानिकों की भावनात्मक यात्रा और टीम भावना को भी शामिल करते हैं।
नोट: NCERT स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSEL), शिक्षा मंत्रालय (MoE) के तत्वावधान में एक स्वायत्त संगठन है।
प्रमुख लोग:
ISRO के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग (DoS) के सचिव डॉ. श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ ने सम्मानित अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और लॉन्च के दौरान MoE के अधिकारी और छात्र भी उपस्थित थे।
अपना चंद्रयान वेब पोर्टल:
i.पोर्टल मिशन चंद्रयान -3 पर बुनियादी, प्रारंभिक, मध्य और माध्यमिक स्तर पर स्कूली छात्रों के लिए इंटरैक्टिव क्विज़, पहेलियाँ जैसी गतिविधि-आधारित समर्थन सामग्री पेश करता है।
ii.इसमें चंद्रयान 3 पर ग्राफिक उपन्यासों के रूप में रंगीन किताबें, डॉट-टू-डॉट गतिविधियां, चित्र निर्माता और प्रेरक कहानियों का एक सेट भी है।
iii.यह उपयोगकर्ता-अनुकूल वेब पोर्टल छात्रों के बीच स्व-निर्देशित सीखने की पहुंच बढ़ाएगा।
iv.70% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को डिजिटल प्रमाणपत्र प्राप्त होंगे और पहले 1000 विजेताओं को आयु के अनुरूप पुस्तकें प्रदान की जाएंगी।
विशेष मॉड्यूल:
i.भारतीय युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र का पता लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए, चंद्रयान 3 की सफलता पर हितधारकों के लिए कई भाषाओं में 10 व्यापक मॉड्यूल लॉन्च किए गए हैं।
ii.ये मॉड्यूल जानकारी के व्यापक स्पेक्ट्रम को कवर करते हैं और हितधारकों को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और प्रेरणा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
iii.इंटरैक्टिव और आकर्षक सामग्री, ग्राफिक्स, तस्वीरों, चित्रों से समृद्ध, सभी 5 चरणों में फैली हुई है और स्कूली शिक्षा की कक्षा I-XII को कवर करती है।
iv.यह अनुभवात्मक शिक्षा, स्व-गति वाली शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षक मार्गदर्शन पर जोर देता है। मॉड्यूल के डिजिटल प्रारूप NCERT वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
v.प्रौद्योगिकी की मदद से सामग्री का सभी 22 भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा। नई पहेलियाँ, प्रश्न आदि जोड़े जाएंगे और यह 23 अगस्त 2024 तक चलेगा।
नोट: महिला सशक्तिकरण, COVID-19 टीकाकरण, भारत की G20 अध्यक्षता आदि सहित 14 विभिन्न विषयों पर अधिक मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे।
प्रमुख बिंदु:
i.चंद्रयान 3 का मिशन छात्रों के लिए दृढ़ संकल्प, वैज्ञानिक जिज्ञासा और रचनात्मक सोच जैसे महत्वपूर्ण गुणों का प्रतीक है।
ii.NCERT ने चंद्रयान 3 की विरासत-आधारित गतिविधियों के माध्यम से भारत के स्कूली बच्चों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित में संलग्न करने की योजना बनाई है। ये गतिविधियाँ नवाचार और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देती हैं।
iii.अंतरविषयक और बहुविषयक शिक्षा को बढ़ावा देना राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दृष्टिकोण और भारत की वैज्ञानिक सोच की आवश्यकता के अनुरूप है।
iv.ये गतिविधियाँ छात्रों को जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए बहुमुखी कौशल से लैस करती हैं, जिससे वैश्विक मंच पर भारत की प्रगति को आगे बढ़ाया जाता है।
v.ये ज्ञान उत्पाद प्रत्येक बच्चे के समग्र विकास में छात्रों, शिक्षकों और स्कूल नेताओं का समर्थन करते हैं। वे “वसुधैव कुटुंबकम” (दुनिया एक परिवार है) के मूल्य के अनुरूप “विश्व गुरु” के रूप में भारत की यात्रा में योगदान देते हैं।
हाल के संबंधित समाचार:
7 जुलाई, 2023 को, शिक्षा मंत्रालय (MoE) के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने ‘परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI): 2.0: 2021-22: स्टेट्स & यूनियन टेरिटरीज‘ जारी किया, जो व्यापक विश्लेषण के लिए एक इंडेक्स बनाकर राज्य /UT स्तर पर स्कूल शिक्षा प्रणाली के प्रदर्शन का आकलन करता है।
शिक्षा मंत्रालय के बारे में:
केंद्रीय मंत्रालय– धर्मेंद्र प्रधान (राज्यसभा- मध्य प्रदेश)
राज्य मंत्री– अन्नपूर्णा देवी; डॉ. सुभाष सरकार; डॉ. राजकुमार रंजन सिंह