Current Affairs PDF

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 5 DRDO उत्पाद सशस्त्र बलों और 6 LAToT को सौंपे

Raksha Mantri Shri Rajnath Singh hands over DRDO developed products to Armed Forces

Raksha Mantri Shri Rajnath Singh hands over DRDO developed products to Armed Forcesकेंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्रालय(MoD) ने DRDO भवन, नई दिल्ली (दिल्ली) में आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित एक कार्यक्रम में सशस्त्र बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन(DRDO) द्वारा विकसित पांच उत्पाद सौंपे।

  • उन्होंने सात सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों को छह लाइसेंसिंग एग्रीमेंट्स फॉर ट्रांसफर ऑफ़ टेक्नोलॉजी(LAToT) भी सौंपे।
  • इस आयोजन से पहले, DRDO ने “भविष्य की तैयारी” पर एक सेमिनार का आयोजन किया, जहाँ सशस्त्र बलों के उप प्रमुखों और DRDO वैज्ञानिकों ने अपने विचार साझा किए।

सौंपे गए उत्पाद:

सशस्त्र बलों और गृह मंत्रालय (MHA) को सौंपे गए उत्पाद एंटी-ड्रोन सिस्टम, मॉड्यूलर ब्रिज, स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वेपन (SAAW), चैफ वेरिएंट और लाइट वेट फायर फाइटिंग सूट हैं।

i.आने वाले ड्रोनों का पता लगाने, उन्हें रोकने और नष्ट करने के लिए काउंटर ड्रोन सिस्टम को CISC (चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी) को सौंप दिया गया था।

ii.मॉड्यूलर ब्रिज को सेनाध्यक्ष (CoAS) जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को सौंप दिया गया।

  • इसे R&DE (इंजीनियर्स) द्वारा सिंगल स्पैन के रूप में विकसित किया गया है, जो मिलिट्री लोड क्लास MLC-70 के यांत्रिक रूप से लॉन्च किए गए असॉल्ट ब्रिज है, और इसे अलग-अलग स्पैन में लॉन्च किया जा सकता है।

iii.SAAW, एक एयर लॉन्च, लॉन्ग-रेंज, स्टैंड-ऑफ, एयर-टू-सरफेस स्मार्ट बम को चीफ ऑफ द एयर स्टाफ (CAS) एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी को सौंपा गया।

iv.एडवांस्ड चैफ के वेरिएंट्स को चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ (CNS) एडमिरल R हरि कुमार को सौंप दिया गया।

v.DRDO के सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (CFEES), दिल्ली द्वारा विकसित स्ट्रक्चरल फायर फाइटिंग सूट गृह मंत्रालय के विशेष सचिव VSK कौमुदी को सौंपा गया।

लाइसेंसिंग एग्रीमेंट्स फॉर ट्रांसफर ऑफ़ टेक्नोलॉजी(LAToT):

DRDO द्वारा विकसित प्रणालियों के LAToT दस्तावेजों को कार्यक्रम के दौरान प्रौद्योगिकियों जैसे कि रासायनिक एजेंट मॉनिटर (CAM), यूनिट मेंटेनेंस व्हीकल, यूनिट रिपेयर व्हीकल, फ्यूज्ड सिलिका आधारित सिरेमिक कोर टेक्नोलॉजी और फायर सप्रेसिंग जेल के लिए सौंप दिया गया।

नोट:

i.केंद्र सरकार कई नीतिगत सुधारों के माध्यम से मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड के उद्देश्य की दिशा में काम कर रही है जैसे कि रक्षा क्षेत्र में स्वचालित मार्ग से 74 प्रतिशत तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(FDI) बढ़ाना, आयुध निर्माणी बोर्ड(OFB) का निगमीकरण, उत्तर प्रदेश (UP) में रक्षा गलियारों का निर्माण और तमिलनाडु, रक्षा उत्पादन और निर्यात संवर्धन नीति 2020 का निर्माण, घरेलू विनिर्माण के लिए रक्षा वस्तुओं की सकारात्मक सूची लाना आदि। 

हाल के संबंधित समाचार:

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने राजस्थान के जैसलमेर में वायु सेना स्टेशन पर भारतीय वायु सेना (IAF) को मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) प्रणाली / “बराक-8” मिसाइल प्रणाली की पहली वितरण योग्य फायरिंग यूनिट (FU) सौंपी। इस MRSAM रक्षा प्रणाली को 2204 स्क्वाड्रन में शामिल किया गया था।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के बारे में:

मूल मंत्रालय– रक्षा मंत्रालय (MoD)
अध्यक्ष– डॉ G सतीश रेड्डी
मुख्यालय– नई दिल्ली, दिल्ली