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केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने NQM के लिए 4 थीमेटिक हब & टेक्निकल ग्रुप्स की स्थापना की घोषणा की

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Union Minister Dr. Jitendra Singh announced Establishment of Thematic Hubs and Technical Groups National Quantum Mission

30 सितंबर 2024 को, केंद्रीय राज्य मंत्री (MoS) (स्वतंत्र प्रभार, IC) डॉ. जितेंद्र सिंह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MoS&T) ने नई दिल्ली, दिल्ली में आयोजित एक समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नेशनल क्वांटम मिशन (NQM) के लिए थीमेटिक हब (T-हब) और टेक्निकल ग्रुप्स की स्थापना की घोषणा की।

  • इसमें भारत के 17 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों (UT) में 14 टेक्निकल ग्रुप्स (17 परियोजना टीमों) से युक्त 4 T-हब की स्थापना शामिल है।
  • ये हब अनुसंधान और उद्योग के बीच अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, और यह सुनिश्चित करेंगे कि इन केंद्रों में विकसित नवाचारों से बाजार में ठोस प्रगति हो।

T-हब के बारे में: 

i.ये हब बहुविषयक दृष्टिकोण पर आधारित हैं, जिसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों जैसे: भौतिकी, कंप्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग और सामग्री विज्ञान के विशेषज्ञों को एक साथ लाना है, जिससे क्वांटम प्रौद्योगिकी में समग्र प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा, उद्योग और सरकार के साथ सहयोग को बढ़ावा मिले।

ii.ये हब 43 संस्थानों के कुल 152 शोधकर्ताओं को एक साथ लाएंगे, जिनमें भारत भर के 31 राष्ट्रीय महत्व के संस्थान, 8 शोध प्रयोगशालाएँ, 1 विश्वविद्यालय और 3 निजी संस्थान शामिल हैं।

iii.इन हब से दूरसंचार, रक्षा, संवेदन और मेट्रोलॉजी और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है।

iv.प्रत्येक T-हब हबस्पोकस्पाइक मॉडल के तहत कार्य करेगा, जो अनुसंधान परियोजनाओं (स्पोक्स) और व्यक्तिगत अनुसंधान समूहों (स्पाइक्स) के क्लस्टर आधारित नेटवर्क का समर्थन करेगा। ये केंद्रीय हब अनुसंधान संस्थानों के बीच समन्वय बढ़ाएंगे, जिससे उन्हें संसाधनों और विशेषज्ञता को एकत्र करने में मदद मिलेगी।

T-हब में शामिल संस्थान:

i.थीमेटिक हब फॉर क्वांटम कंप्यूटिंग: यह कर्नाटक में भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु में स्थित होगा।

  • शामिल संस्थान: इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) दिल्ली; IIT कानपुर (उत्तर प्रदेश, UP); IIT रुड़की (उत्तराखंड); IIT बॉम्बे (महाराष्ट्र); IIT मद्रास (तमिलनाडु, TN); IIT रोपड़ (पंजाब); IIT गुवाहाटी (असम); IIT पटना (बिहार); बिड़ला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS) हैदराबाद (तेलंगाना); इंस्टिट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेज (IMSc) चेन्नई (TN); जेपी इंस्टिट्यूट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (JIIT) नोएडा (उत्तर प्रदेश, UP); सोसाइटी फॉर इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन एंड सिक्योरिटी (SETS) चेन्नई (TN); सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (C-DAC) बेंगलुरु (कर्नाटक); IIT इंदौर (मध्य प्रदेश, MP); इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च तिरुवनंतपुरम (IISER-TVM) (केरल); IISER पुणे (महाराष्ट्र); रमन रिसर्च इंस्टिट्यूट (RRI) बेंगलुरु (कर्नाटक); नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (NISER) भुवनेश्वर (ओडिशा); टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) मुंबई (महाराष्ट्र); TIFR हैदराबाद (तेलंगाना); और जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR) बेंगलुरु (कर्नाटक)।

ii.थीमेटिक हब फॉर क्वांटम कम्युनिकेशन : यह TN में IIT मद्रास में स्थित होगा।

  • शामिल संस्थान: इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (ISRO) अहमदाबाद (गुजरात); IIT कानपुर; IIT दिल्ली; बेंगलुरु में ISRO उपग्रह केंद्र (अब UR राव उपग्रह केंद्र के रूप में जाना जाता है); IIT रुड़की; IIT जम्मू (जम्मू और कश्मीर, J&K); IIT भिलाई (छत्तीसगढ़); IIT खड़गपुर (पश्चिम बंगाल, WB); IIT पटना; IIT हैदराबाद; IIT इंदौर; IIT तिरुपति (आंध्र प्रदेश, AP); IIT इंदौर; SETS चेन्नई; C-DAC बेंगलुरु; IIT इंदौर; IISER-TVM; IISER मोहाली (पंजाब); रमन रिसर्च इंस्टिट्यूट (RRI) बेंगलुरु; IISER भोपाल (MP); हरीश-चंद्र रिसर्च इंस्टीट्यूट (HRI) प्रयागराज (UP); इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी (IIST) तिरुवनंतपुरम; C-DAC तिरुवनंतपुरम; IISc बेंगलुरु।

iii.थीमेटिक हब फॉर क्वांटम सेंसिंग एंड मेट्रोलॉजी: यह महाराष्ट्र में IIT बॉम्बे में स्थित होगा।

  • शामिल संस्थान: IISc बेंगलुरु; IIT मद्रास; IIT कानपुर; IIT दिल्ली; IIT गांधीनगर (गुजरात); IIT रोपड़; IISER भोपाल (MP); HRI प्रयागराज (UP); इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टीवेशन ऑफ साइंस (IACS) कोलकाता (WB); BITS गोवा; यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद (तेलंगाना); और SN बोस नेशनल सेंटर फॉर बेसिक साइंसेज (SNBNCBS) (कोलकाता, WB); चटर्जी ग्रुप सेंटर फॉर रिसर्च एंड एजुकेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (TCG CREST) चेन्नई (TN); TIFR बॉम्बे; TIFR हैदराबाद।

iv.थीमेटिक हब फॉर क्वांटम मटीरियल्स एंड डिवाइसेस: यह दिल्ली में IIT दिल्ली में स्थित होगा।

  • शामिल संस्थान: IIT बॉम्बे; IIT मद्रास; IIT कानपुर; IIT रुड़की; IIT खड़गपुर; IIT भुवनेश्वर (ओडिशा); सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी-रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन (SSPL-DRDO) दिल्ली; IACS कोलकाता और IISER पुणे।

नेशनल क्वांटम मिशन:

i.2023 में, प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 8 साल की अवधि यानी वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) से FY31 तक के लिए 6,003.65 करोड़ रुपये के बजट परिव्यय के साथ NQM को मंजूरी दी थी। NQM का नेतृत्व विज्ञान & प्रौद्योगिकी विभाग (DST), MoST द्वारा मिशन निदेशक डॉ. J. B. V. रेड्डी के अधीन किया जाता है।

  • NQM का मुख्य लक्ष्य सुपरकंडक्टिंग और फोटोनिक टेक्नोलॉजी जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों में 8 वर्षों में 50 से 1000 भौतिक क्यूबिट के साथ मध्यवर्ती पैमाने के क्वांटम कंप्यूटर विकसित करना है।

ii.यह प्राइम मिनिस्टर्स साइंस टेक्नोलॉजी इनोवेशन एडवाइजरी कॉउन्सिल(PMSTIAC) ​​के तहत शुरू किए गए 9 मिशनों में से एक है, जिसका उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना और भारत को क्वांटम टेक्नोलॉजी में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना है।

  • इस मिशन से दूरसंचार, रक्षा, वित्त और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में क्रांति आने की उम्मीद है।

MoS&T ने दुनिया का पहला सरकारी वित्त पोषित मल्टी मॉडल लार्ज लैंग्वेज मॉडल भारत जेन लॉन्च किया

30 सितंबर 2024 को, केंद्रीय राज्य मंत्री (MoS) (स्वतंत्र प्रभार, IC) डॉ. जितेंद्र सिंह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MoS&T) ने वर्चुअली ‘भारत जेन‘ लॉन्च किया, जो जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में एक अग्रणी पहल है, जिसे सार्वजनिक सेवा वितरण में क्रांति लाने और नागरिक जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

  • यह पहल दुनिया की पहली सरकारी वित्त पोषित मल्टीमॉडल लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) परियोजना को चिह्नित करती है, जिसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं में कुशल और समावेशी AI बनाना है।

भारत जेन के बारे में:

i.इसका नेतृत्व DST के राष्ट्रीय अंतःविषय साइबर-भौतिक प्रणालियों (NM-ICPS) मिशन के तहत IIT बॉम्बे, मुंबई (महाराष्ट्र) द्वारा किया जाता है।

ii.इसे IIT बॉम्बे में इंटरनेटऑफथिंग्स (IoT) और इंटरनेट-फॉर-एवरीथिंग (IoE) के लिए टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब (TIH) फाउंडेशन द्वारा अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों, जैसे: इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT) हैदराबाद, IIT मंडी, IIT कानपुर, IIT हैदराबाद, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ (IIM) इंदौर; और IIT मद्रास के साथ साझेदारी में लागू किया जाएगा।

iii.इस पहल ने जुलाई 2026 तक हासिल किए जाने वाले प्रमुख माइलस्टोन को रेखांकित किया है, जैसे: व्यापक AI मॉडल विकास, प्रयोग, और भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुकूलित AI बेंचमार्क निर्धारित करना।

iv.यह भारत के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए मूलभूत AI मॉडल बनाकर आत्मनिर्भर भारत के विजन के साथ संरेखित है।

मुख्य विशेषताएं:

i.भारत जेन के मूलभूत मॉडल की प्रकृति बहुभाषी और बहुविध है।

ii.भारत जेन के मूलभूत मॉडल ओपनसोर्स हैं।यह भारत के विविध भाषाई परिदृश्य में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करते हुए पाठ और भाषण दोनों को संबोधित करेगा।

  • बहुभाषी डेटासेट का उपयोग करके, यह भारतीय भाषाओं की बारीकियों को पकड़ेगा, जिन्हें अक्सर वैश्विक AI मॉडल में कम दर्शाया जाता है।

iii.इसमें भारतीय डेटा सेट आधारित बिल्डिंग और प्रशिक्षण सुविधाएँ हैं।

iv.यह एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म है और देश में जनरेटिव AI रिसर्च के एक इकोसिस्टम का विकास करता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MoS&T) के बारे में:
केंद्रीय राज्य मंत्री (MoS)- डॉ. जितेंद्र सिंह (निर्वाचन क्षेत्र- उधमपुर, जम्मू और कश्मीर, J&K)