1 फरवरी, 2021 को, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्य में 2 योजनाएँ – ‘प्रज्ञान भारती’ और ‘भाषा गौरब’ शुरू कीं। योजनाओं के तहत राज्य के कॉलेज छात्रों और साहित्यिक निकायों को मौद्रिक सहायता प्रदान की जाएगी।
उद्देश्य:
-शिक्षा के माध्यम से युवा पीढ़ी को ज्ञान के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करना
-लेखकों और स्वदेशी साहित्य सभाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना
i.‘प्रज्ञान भारती’– इस योजना के तहत लगभग 3,26,046 कॉलेज के छात्रों को नई पाठ पुस्तकें खरीदने के लिए प्रत्येक को 1,500 रु. दिया जाएगा।
-4 लाख योग्य छात्रों के मुफ्त प्रवेश के लिए कुल 161 करोड़ रुपये की प्रतिपूर्ति की जाएगी
ii.‘भाषा गौरब’– इस योजना के तहत, राज्य सरकार INR 43 करोड़ के आसपास 21 साहित्य सभा (साहित्यिक निकाय) को उनके पूंजी कोष के लिए योगदान के रूप में प्रदान करेगी।
-लगभग 600 लेखकों में प्रत्येक ने अपनी साहित्यिक गतिविधियों में मदद के लिए योजना के तहत INR 50,000 प्राप्त किए हैं।
भविष्य की पहल:
-असम सरकार अपनी मातृभाषा में सभी छात्रों के लिए कक्षा V तक प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के लिए कदम उठा रही है।
-यह भविष्य में पाठ्यपुस्तकों की खरीद के लिए कॉलेज के छात्रों को पॉकेट मनी प्रदान करने की भी योजना बना रही है।
हाल की संबंधित खबरें:
i.10 अगस्त, 2020 को असम मंत्रिपरिषद ने “असम गैर-सरकारी शिक्षा संस्थान (शुल्क का विनियमन) नियम 2020” को मंजूरी दी।
असम के बारे में:
RAMSAR साइट – दीपोर बील
राज्यपाल – जगदीश मुखी