अक्टूबर 2025 में, विधि एवं न्याय मंत्रालय (MoL&J) के अंतर्गत विधि मामलों के विभाग (DLA) ने नोटरी अधिनियम, 1952 (1952 का 53) की धारा 15 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए, भारत के असाधारण राजपत्र (G.S.R. 763(E)) में जारी 763वें सामान्य वैधानिक नियम के माध्यम से नोटरी (संशोधन) नियम, 2025 को अधिसूचित किया।
- यह संशोधन नोटरी नियम, 1956 के अंतर्गत गुजरात, तमिलनाडु (TN), राजस्थान और नागालैंड राज्य सरकारों द्वारा नियुक्त किए जा सकने वाले नोटरियों की अधिकतम संख्या को संशोधित करता है।
Exam Hints:
- क्या? अधिसूचित नोटरी (संशोधन) नियम, 2025
- कौन? DLA, MoLJ
- प्रभावी तिथि: 17 अक्टूबर 2025
- नोटरी अधिनियम, 1952 (1952 का 53) की धारा: 15 के अंतर्गत
- संशोधित राज्य: गुजरात, TN, राजस्थान और नागालैंड
- उद्देश्य: राज्यव्यापी नोटरी क्षमता में वृद्धि करना
अधिसूचना विवरण
जारीकर्ता प्राधिकारी: अधिसूचना पर DLA, MoL&J के अतिरिक्त सचिव, आशुतोष मिश्रा द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे।
कानूनी संदर्भ: यह संशोधन गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान और नागालैंड के लिए नोटरी नियम, 1956 की अनुसूची में मौजूदा संख्यात्मक सीमाओं को प्रतिस्थापित करता है, तथा 24 फरवरी, 2024 को G.S.R. 132(E) के माध्यम से अंतिम बार संशोधित प्रावधानों का स्थान लेता है।
प्रभावी तिथि: नोटरी (संशोधन) नियम, 2025, राजपत्र में प्रकाशन की तिथि (17 अक्टूबर 2025) से प्रभावी होंगे।
संशोधन का उद्देश्य: यह संशोधन जनसंख्या वृद्धि, नए प्रशासनिक प्रभागों और विस्तारित कानूनी ढाँचे को ध्यान में रखते हुए, प्रमाणित कानूनी और आधिकारिक दस्तावेज़ों तक जनता की पहुँच में सुधार लाने के उद्देश्य से, नोटरी की संख्या बढ़ाने के लिए पेश किया गया था।
संशोधित नोटरी सीमाएँ:
राज्य | पिछली सीमा | संशोधित सीमा (2025) |
---|---|---|
गुजरात | 2,900 | 6,000 |
तमिलनाडु (TN) | 2,500 | 3,500 |
राजस्थान | 2,000 | 3,000 |
नागालैंड | 200 | 400 |
नोटरी के बारे में:
परिभाषा: नोटरी एक सार्वजनिक अधिकारी होता है जिसे सरकार द्वारा कानूनी प्रमाणन कर्तव्यों का पालन करने के लिए नियुक्त किया जाता है।
प्रमुख कार्य:
- कानूनी दस्तावेज़ों का सत्यापन, प्रमाणीकरण और प्रमाणन करना।
- आधिकारिक दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षरों की गवाही देना।
- शपथ और प्रतिज्ञान दिलाना।
नोटरी की भूमिका: नोटरी दस्तावेज़ों का सत्यापन, समझौतों का प्रमाणन और घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय दोनों प्रक्रियाओं का समर्थन करके कानूनी और वाणिज्यिक लेनदेन की अखंडता सुनिश्चित करते हैं।
विधि एवं न्याय मंत्रालय (MoL&J) के बारे में:
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार, IC) – अर्जुन राम मेघवाल (निर्वाचन क्षेत्र- बीकानेर, राजस्थान)