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प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत शिक्षा मंत्रालय ने “सामग्री लागत” बढ़ाई

Enhancement of ‘Material Cost’under the Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman (PM POSHAN) Scheme

Enhancement of ‘Material Cost’under the Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman (PM POSHAN) Scheme9 दिसंबर 2024 को, शिक्षा मंत्रालय (MoE) ने प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (PM POSHAN) योजना के तहत दालों, सब्जियों और तेल की “सामग्री लागत में 13.70% की वृद्धि की है। यह निर्णय श्रम और रोजगार मंत्रालय (MoL&E) के तहत चंडीगढ़ स्थित श्रम ब्यूरो द्वारा प्रदान किए गए मुद्रास्फीति सूचकांक के आधार पर लिया गया था।

  • MoE के निर्देशों के अनुसार, प्राथमिक और बाल वाटिका कक्षाओं के लिए सामग्री लागत 5.45 रुपये से बढ़ाकर 6.19 रुपये और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए 8.17 रुपये से बढ़ाकर 9.29 रुपये की गई है, जो 01 दिसंबर, 2024 से प्रभावी होगी।
  • ये बढ़ी हुई दरें देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) पर लागू होंगी।

ध्यान देने योग्य बिंदु:

i.श्रम ब्यूरो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-ग्रामीण मजदूर (CPI-RL) के आधार पर PM POSHAN बास्केट के अंतर्गत आने वाली वस्तुओं की मुद्रास्फीति पर डेटा प्रदान करता है, जो PM POSHAN के लिए CPI सूचकांक के अनुरूप है और तदनुसार PM POSHAN बास्केट के लिए CPI सूचकांक तैयार किया गया है।

ii.देश के 20 राज्यों में फैले 600 गांवों के नमूने से निरंतर मासिक मूल्य एकत्र करके CPI-RL का निर्धारण किया जाता है।

मुख्य बिंदु:

i.वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) के दौरान सामग्री लागत को संशोधित नहीं किया जा सका। इसलिए, वृद्धि लागत का निर्धारण करते समय FY23 (6.45%) और FY24 (6.74%) दोनों के लिए PM POSHAN बास्केट के तहत वस्तुओं की मुद्रास्फीति दरों पर विचार किया गया है।

ii.सामग्री लागत में वृद्धि के कारण भारत सरकार (GoI) चालू वित्त वर्ष (FY25) में 425.62 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार वहन करेगी।

iii.GoI भारतीय खाद्य निगम (FCI) के माध्यम से लगभग 26 लाख मीट्रिक टन (MT) खाद्यान्न उपलब्ध कराती है। यह सालाना लगभग 9,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी और परिवहन लागत सहित खाद्यान्न की पूरी लागत भी वहन करती है।

PM POSHAN योजना के बारे में:

i.PM POSHAN योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 (NFSA) के तहत एक केंद्र प्रायोजित योजना है। इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य पोषण संबंधी सहायता प्रदान करना और छात्रों की स्कूल भागीदारी को बढ़ाना है।

ii.सितंबर 2021 में, प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCEA) ने “स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए राष्ट्रीय योजना” योजना का नाम बदलकर PM POSHAN  करने को मंजूरी दी थी और इस योजना को FY21 से FY26 तक बढ़ा दिया था।

iii.योजना के तहत, बालवाटिका और कक्षा I से VIII तक के 10.24 लाख सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले 11.70 करोड़ छात्रों को सभी स्कूल-दिवसों के दौरान एक गर्म पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जाता है।

iv.योजना के अनुसार, बालवाटिका और प्राथमिक कक्षा में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र को 20 ग्राम (gm) दाल, 50 gm सब्जी और 5 gm तेल मिलता है।

  • इसी तरह, उच्च प्राथमिक कक्षा में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र को 30 gm दाल, 50 gm सब्जी और 7 gm तेल मिलता है।
  • योजना के तहत सभी घटकों की लागत सहित प्रति भोजन लागत बालवाटिका और प्राथमिक कक्षाओं के लिए लगभग 11.54 रुपये और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए 16.74 रुपये आती है।

शिक्षा मंत्रालय (MoE) के बारे में:
केंद्रीय मंत्री– धर्मेंद्र प्रधान (निर्वाचन क्षेत्र- संबलपुर, ओडिशा)
राज्य मंत्री (MoS)–जयंत चौधरी (राज्यसभा-उत्तर प्रदेश, UP); डॉ. सुकांत मजूमदार (निर्वाचन क्षेत्र- बालुरघाट, पश्चिम बंगाल, WB)