अक्टूबर 2025 में, प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न युवा-केंद्रित पहलों का अनावरण किया।
- कार्यक्रम में कौशल दीक्षांत समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अंतर्गत अखिल भारतीय ITI (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) के 46 टॉपरों को सम्मानित किया गया।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने PM-SETU (उन्नत ITI के माध्यम से प्रधानमंत्री कौशल एवं रोजगार परिवर्तन) का शुभारंभ किया और जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय (पटना, बिहार) तथा देश भर में 1,200 व्यावसायिक कौशल प्रयोगशालाओं का उद्घाटन किया।
Exam Hints:
- क्या? प्रधानमंत्री ने युवाओं पर केंद्रित विविध पहल का अनावरण किया
- कुल व्यय: 62,000 करोड़ रुपये
- कहाँ: कौशल दीक्षांत समारोह, नई दिल्ली
- शुरू की गई पहलें:
- PM SETU: 1000 ITI के उन्नयन के लिए 60,000 करोड़ रुपये का निवेश
- व्यावसायिक कौशल प्रयोगशालाएँ: 1200
- विशेष ध्यान: पटना और दरभंगा
- बिहार सशक्तिकरण योजनाएँ: MNSSB योजना (1000 रुपये प्रति माह), SCC योजना, बिहार युवा योजना
- बिहार में शैक्षणिक संस्थान: जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय, PM-USHA, बिहटा परिसर
कौशल दीक्षांत समारोह के बारे में:
आयोजन: MSDE के अंतर्गत प्रशिक्षण महानिदेशालय (DGoT) द्वारा आयोजित इस समारोह में ITI, NSTI (राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान), IToT (प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान) और विभिन्न अन्य संस्थानों के छात्र प्रशिक्षण पूरा होने का जश्न मनाने के लिए एकत्रित होते हैं।
संस्करण: 2025 का आयोजन कौशल दीक्षांत समारोह की चौथी किस्त होगी।
प्रमुख पहलों का विवरण
PM-SETU (उन्नत ITI के माध्यम से प्रधानमंत्री कौशल और रोजगार परिवर्तन):
अवलोकन: यह 60,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ एक केन्द्र प्रायोजित योजना (CSS) है, जिसका उद्देश्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) को उद्योग की जरूरतों के अनुरूप कौशल और रोजगारपरकता के लिए उन्नत केन्द्रों में परिवर्तित करना है।
हब और बात की: इस योजना में देश भर में 1,000 सरकारी ITI को हब-एंड-स्पोक मॉडल में अपग्रेड करने का प्रस्ताव है, जिसमें 200 हब ITI और 800 स्पोक ITI शामिल होंगे।
- प्रत्येक हब औसतन चार स्पोक से जुड़ा होगा, जिससे उन्नत बुनियादी ढांचे, आधुनिक ट्रेडों, डिजिटल शिक्षण प्रणालियों और इनक्यूबेशन सुविधाओं से सुसज्जित क्लस्टरों का निर्माण होगा।
- एंकर इंडस्ट्री पार्टनर्स इन क्लस्टरों का प्रबंधन करेंगे, तथा बाजार की मांग के अनुरूप परिणाम-आधारित कौशल सुनिश्चित करेंगे।
- हब नवाचार, प्रशिक्षक प्रशिक्षण, उत्पादन और प्लेसमेंट प्रदान करेंगे, जबकि स्पोक्स कौशल प्रशिक्षण तक पहुंच का विस्तार करेंगे।
वैश्विक समर्थन: विश्व बैंक (WB) और एशियाई विकास बैंक (ADB) मिलकर वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे।
चरण एक: योजना के कार्यान्वयन के पहले चरण में बिहार के पटना और दरभंगा स्थित ITI पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
व्यावसायिक कौशल प्रयोगशालाएँ:
उद्घाटन: कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 400 नवोदय विद्यालयों और 200 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में स्थापित 1,200 व्यावसायिक कौशल प्रयोगशालाओं का उद्घाटन किया।
छात्रों को सशक्त बनाना: इन प्रयोगशालाओं का उद्देश्य 12 उच्च मांग वाले क्षेत्रों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिससे दूरस्थ और जनजातीय क्षेत्रों के छात्रों सहित सभी को व्यावहारिक कौशल प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
प्रशिक्षण पहल: इस परियोजना में 1,200 व्यावसायिक शिक्षकों को प्रशिक्षण देना भी शामिल है, ताकि उद्योग-संबंधित शिक्षा प्रदान करना सुनिश्चित किया जा सके तथा रोजगार के लिए प्रारंभिक आधार तैयार किया जा सके।
बिहार में सशक्तिकरण योजनाएँ
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना (MNSSB): कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की संशोधित MNSSB योजना का भी शुभारंभ किया, जिसके तहत हर साल लगभग 5 लाख स्नातक युवाओं को दो साल तक 1,000 रुपये का मासिक भत्ता मिलेगा, साथ ही मुफ्त कौशल प्रशिक्षण भी मिलेगा।
छात्र क्रेडिट कार्ड (SCC) योजना: प्रधानमंत्री पुनः डिजाइन की गई SCC योजना का भी शुभारंभ करेंगे, जो 4 लाख रुपये तक का पूर्णतः ब्याज मुक्त शिक्षा ऋण उपलब्ध कराएगी, जिससे उच्च शिक्षा का वित्तीय बोझ काफी कम हो जाएगा।
- इस योजना के तहत 92 लाख से अधिक छात्र पहले ही 7,880 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण प्राप्त कर चुके हैं।
बिहार युवा आयोग: युवाओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री बिहार युवा आयोग का उद्घाटन करेंगे, जो 18-45 आयु वर्ग के युवाओं की क्षमता का उपयोग करने के लिए एक वैधानिक आयोग है।
बिहार में शैक्षणिक संस्थान`
जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय: प्रधानमंत्री बिहार में इस विश्वविद्यालय का भी उद्घाटन करेंगे, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कार्यबल तैयार करने के लिए उद्योग-उन्मुख पाठ्यक्रम और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करना है।
PM-USHA (प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान): यह राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के संस्थानों को वित्तपोषित करने के लिए एक CSS था, जिसका उद्देश्य राज्य उच्च शिक्षा प्रणाली में पहुंच, समानता और उत्कृष्टता के उच्च स्तर को प्राप्त करना था।
- प्रधानमंत्री बिहार के चार विश्वविद्यालयों, पटना विश्वविद्यालय, मधेपुरा में भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, छपरा में जय प्रकाश विश्वविद्यालय और पटना में नालंदा खुला विश्वविद्यालय में नई शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाओं की आधारशिला रखेंगे।
- इन परियोजनाओं के लिए कुल 160 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिससे आधुनिक शैक्षणिक बुनियादी ढांचे, उन्नत प्रयोगशालाओं, छात्रावासों और बहु-विषयक शिक्षा के माध्यम से 27,000 से अधिक छात्रों को लाभ मिलेगा।
बिहटा परिसर: प्रधानमंत्री बिहार के पटना स्थित NIT (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान) के बिहटा परिसर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
- इस परिसर में 6,500 छात्रों को समायोजित करने की क्षमता है और इसमें 5G उपयोग केस लैब, ISRO समर्थित क्षेत्रीय अंतरिक्ष शैक्षणिक केंद्र, तथा एक नवाचार एवं इनक्यूबेशन केंद्र जैसी उन्नत सुविधाएं मौजूद हैं, जो पहले ही नौ स्टार्ट-अप को बढ़ावा दे चुका है।
बिहार के बारे में:
मुख्यमंत्री (CM) – नीतीश कुमार
राज्यपाल – आरिफ मोहम्मद खान
पूंजी – पटना
वन्यजीव अभयारण्य (WLS) – राजगीर WLS, उदयपुर WLS