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MIB ने नेशनल फिल्म अवार्ड्स रेगुलेशंस को संशोधित किया: इंदिरा गांधी और नरगिस दत्त के नाम अवार्ड्स श्रेणी से हटा दिए गए

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Indira Gandhi, Nargis Dutt's names dropped from National Film Awards categories

सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने नेशनल फिल्म अवार्ड्स रेगुलेशंस को संशोधित किया है और अवार्ड्स  का नाम बदलने, श्रेणियों को विलय करने और इनामी राशि बढ़ाने सहित महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। फिल्म अवार्ड्स  को युक्तिसंगत बनाने के लिए समिति की सिफारिश के आधार पर बदलाव किए गए।

  • यह बदलाव नेशनल फिल्म अवार्ड्स (2022) के आगामी 70वें संस्करण में प्रभावी होगा, जिसकी प्रविष्टियाँ 30 जनवरी, 2024 को बंद हो जाएंगी।

प्रमुख बदलाव:

i.’इंदिरा गाँधी अवार्ड फॉर बेस्ट डेब्यू फिल्म ऑफ ए डायरेक्टरका नाम बदलकर बेस्ट डेब्यू फिल्म ऑफ ए डायरेक्टरकर दिया गया है। अवार्ड में एक स्वर्ण कमल और 3 लाख रुपये का नकद अवार्ड शामिल है जो फिल्म के निर्देशक को प्रदान किया जाएगा।

  • पहले, अवार्ड को फिल्म के निर्देशक और निर्माता के बीच समान रूप से (प्रत्येक को 1.25 लाख रुपये) विभाजित किया गया था।

ii.’नरगिस दत्त अवार्ड फॉर बेस्ट फीचर फिल्म ऑन नेशनल इंटीग्रेशनको ‘बेस्ट फिल्म ऑन सोशल इश्यूज’ और ‘बेस्ट फिल्म ऑन एनवायरनमेंट कन्सेर्वटिव/प्रिजर्वेशन’ के साथ जोड़ा गया है। नवगठित अवार्ड का नाम बेस्ट फीचर फिल्म प्रमोटिंग नेशनल, सोशल, एंड एनवायर्नमेंटल वैल्यूजहै।

  • अवार्ड में एक रजत कमल और प्रत्येक निर्देशक और निर्माता को 2 लाख रुपये का नकद इनाम शामिल है।
  • पहले, इस अवार्ड्स के तहत निर्देशक और निर्माता प्रत्येक को 1.5 लाख रुपये का नकद इनाम दिया जाता था।

इनामी राशि संशोधन:

i.दादा साहब फाल्के अवार्ड्स की इनामी राशि, जो हर साल एक भारतीय फिल्म व्यक्तित्व को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है, 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दी गई है।

ii.स्वर्ण कमल (गोल्डन लोटस) अवार्ड्स विजेताओं के लिए इनामी राशि को बढ़ाकर 3 लाख रुपये और रजत कमल (सिल्वर लोटस) विजेताओं के लिए 2 लाख रुपये कर दिया गया है, चाहे वे किसी भी श्रेणी के हों। पहले इनामी राशि अलग-अलग श्रेणी के हिसाब से अलग-अलग होती थी।

iii.जिन श्रेणियों में स्वर्ण कमल पुरस्कार दिया जाता है, वे बेस्ट फिल्म, डेब्यू फिल्म, फिल्म प्रोवाइडिंग हॉलसम एंटरटेनमेंट, डायरेक्शन, और चिल्ड्रेन्स फिल्म हैं।

iv.रजत कमल से बेस्ट फीचर फिल्म प्रमोटिंग नेशनल, सोशल, एंड एनवायर्नमेंटल वैल्यूज, सभी अभिनय श्रेणियाँ, बेस्ट स्क्रिप्ट, साउंडट्रैक और अन्य समान श्रेणियों के विजेताओं को सम्मानित किया जाता है।

अवार्ड्स  का नाम बदलना:

i.बेस्ट एक्टर अवार्ड का नाम बदलकर ‘बेस्ट एक्टर इन ए लीडिंग रोल’ और बेस्ट एक्ट्रेस का नाम ‘बेस्ट एक्ट्रेस इन ए लीडिंग रोल’ कर दिया गया है।

  • अवार्ड्स में एक रजत कमल और 2 लाख रुपये की इनामी राशि शामिल है।

ii.बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर अवार्ड का नाम बदलकर ‘बेस्ट एक्टर इन ए सपोर्टिंग एक्टर’ और बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवार्ड का नाम ‘बेस्ट एक्ट्रेस इन ए सपोर्टिंग एक्टर’ कर दिया गया है।

  • दोनों अवार्ड्स  में रजत कमल और 2 लाख रुपये की इनामी राशि दी जाती है।

iii.बेस्ट ऑडियोग्राफी श्रेणी के तहत, लोकेशन सिंक साउंड रिकॉर्डिस्ट (केवल सिंक साउंड के लिए), साउंड डिजाइनर और फाइनल मिक्स्ड ट्रैक के रिकॉर्डिस्ट की तीन उप-श्रेणियों को जोड़ दिया गया है और उनका नाम बदलकर ‘बेस्ट साउंड डिजाइन’ (साउंड डिजाइनर को 2 लाख रुपये के साथ रजत कमल) कर दिया गया है।

iv.बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर (बैकग्राउंड म्यूजिक) और बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर (बैकग्राउंड स्कोर) की उप-श्रेणियों को ‘म्यूजिक डायरेक्टर (बैकग्राउंड म्यूजिक)’ के रूप में जोड़ा गया है। अवार्ड में एक रजत कमल और 2 लाख रुपये की इनामी राशि शामिल है।

v.‘बेस्ट फीचर फिल्म इन ईच ऑफ द लैंग्वेजेज स्पेसिफाइड और नॉट स्पेसिफाइड इन स्केड्यूल VIII ऑफ द कंस्टीटूशन’ के अवार्ड का नाम बदलकर ‘बेस्ट (नेम ऑफ द लैंग्वेज) फीचर फिल्म’ कर दिया गया है।

vi.बेस्ट ऐंथ्रोपोलॉजिकल/एथ्नोग्राफिक फिल्म, बेस्ट साइंस एंड टेक्नोलॉजी फिल्म, बेस्ट प्रमोशनल फिल्म, बेस्ट एनवायर्नमेंटल फिल्म (कृषि सहित), बेस्ट फिल्म ऑन सोशल इश्यूज, बेस्ट एजुकेशनल फिल्म, बेस्ट एक्सप्लोरेशन/एडवेंचर फिल्म, और बेस्ट इनवेस्टिगेटिव फिल्म की श्रेणियों को दो श्रेणियां: बेस्ट डाक्यूमेंट्री और बेस्ट नॉन-फीचर फिल्म प्रमोटिंग सोशल एंड एनवायर्नमेंटल इश्यूज बनाने के लिए जोड़ दिया गया है।

नेशनल फिल्म अवार्ड्स के बारे में:

i.राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड्स का आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) के तहत डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल्स (DFF) द्वारा किया जाता है।

ii.अवार्ड्स  को चार खंडों में वर्गीकृत किया गया है। वे फीचर फिल्म्स, नॉन-फीचर फिल्म्स, बेस्ट राइटिंग ऑन सिनेमा और दादा साहब फाल्के अवार्ड (लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड) हैं।

  • 2024 में फीचर फिल्म्सके लिए 27, नॉन-फीचर फिल्म्सके लिए 15 और बेस्ट राइटिंग ऑन सिनेमा के लिए 2 अवार्ड्स दिए जाएंगे।

नोट: अवार्ड्स एक साल बाद चल रहे है क्योंकि 2021 का अवार्ड्स COVID-19 महामारी के कारण 2023 में प्रदान किया गया था।

कमिटी फॉर रेशनलाइजेशन ऑफ फिल्म अवार्ड्स के बारे में:

i.कमिटी की अध्यक्षता MIB की अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर ने की।

ii.इसमें फिल्म डायरेक्टर प्रियदर्शन; विपुल शाह; हाओबम पबन कुमार; सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) प्रमुख प्रसून जोशी; सिनेमेटोग्राफर S नल्लामुथु; MIB के संयुक्त सचिव पृथुल कुमार और MIB के डायरेक्टर (वित्त) कमलेश कुमार सिन्हा शामिल थे।