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अंतर्राष्ट्रीय वेसाक दिवस या बुद्ध पूर्णिमा 2024 – 23 मई

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Vesak Day or Buddha Purnima - May 23 2024

संयुक्त राष्ट्र (UN) अंतर्राष्ट्रीय वेसाक दिवस, (भारत में बुद्ध पूर्णिमा या बुद्ध जयंती के रूप में भी जाना जाता है) प्रतिवर्ष मई में पूर्णिमा के दिन दुनिया भर में मनाया जाता है। यह विश्व स्तर पर लाखों बौद्धों के लिए सबसे पवित्र दिन है।

2024 में, अंतर्राष्ट्रीय वेसाक दिवस, या बुद्ध पूर्णिमा 23 मई 2024 को मनाया गया।

  • 2023 में, यह दिवस 5 मई 2023 को मनाया गया;
  • 2025 में, यह दिवस 12 मई 2025 को मनाया जाएगा

यह दिन राजकुमार सिद्धार्थ गौतम के जन्म को स्वीकार करता है, जो बाद में बुद्ध के नाम से जाने गए और बौद्ध धर्म की स्थापना की।

बुद्ध पूर्णिमा 2024 गौतम बुद्ध की 2586वीं जयंती है।

  • प्रासंगिक UN कार्यालयों और स्थायी मिशनों के परामर्श से, वेसाक को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय और अन्य UN कार्यालयों में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।

ऐतिहासिक महत्व:

यह ढाई सहस्राब्दी पहले वेसाक दिवस पर था:

  • सिद्धार्थ गौतम, (बुद्ध) का जन्म 623 ईसा पूर्व में हुआ था।
  • बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ।
  • बुद्ध का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

ii.यह दिन दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक बौद्ध धर्म और इसके महत्वपूर्ण आध्यात्मिक योगदान का प्रतीक है।

पृष्ठभूमि:

i.15 दिसंबर 1999 को, UN महासभा (UNGA) ने प्रत्येक वर्ष मई में पूर्णिमा के दिन, वेसाक दिवस को मान्यता देते हुए संकल्प A/RES/54/115 को अपनाया।

  • इस प्रस्ताव को बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चिली, साइप्रस, ग्रेनाडा, आइसलैंड, भारत, इंडोनेशिया, आयरलैंड आदि देशों द्वारा सह-प्रायोजित किया गया था।

ii.पहला UN-मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय वेसाक दिवस 2000 में मनाया गया था।

  • 2024 के कार्यक्रम ने UNGA संकल्प की 25वीं वर्षगांठ को चिह्नित किया, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेसाक दिवस को मान्यता दी।

नोट: इस समारोह में थेरवाद और महायान दोनों परंपराओं का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्य राज्यों और बौद्ध भिक्षुओं और UN के अन्य उच्च-स्तरीय गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी देखी गई।

गौतम बुद्ध के बारे में:

i.सिद्धार्थ गौतम, भगवान बुद्ध, का जन्म लुंबिनी (अब नेपाल के रूपंदेही जिले में) के प्रसिद्ध उद्यानों में हुआ था।

ii.उन्होंने 29 साल की उम्र में घर छोड़ दिया, 35 साल की उम्र में ‘जागृति’ प्राप्त की और 45 साल बाद 80 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।

iii.बोधगया (बिहार) वह स्थान है जहां गौतम बुद्ध को अद्वितीय, सर्वोच्च ज्ञान प्राप्त हुआ था।

iv.उन्होंने अपना पहला उपदेश (धर्म) वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के बाहरी इलाके में सारनाथ नामक हिरण पार्क में दिया।

नोट: बुद्ध की शिक्षाएँ करुणा, शांति और सद्भावना पर जोर देती हैं।

2024 के कार्यक्रम:

20 मई, 2024 को, श्रीलंका और थाईलैंड के स्थायी मिशनों ने संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के न्यूयॉर्क में UN मुख्यालय के आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) चैंबर में एक कार्यक्रम की सह-मेजबानी की।