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भारत को वाहन सुरक्षा और बुनियादी ढांचे में प्रगति के लिए ‘प्रिंस माइकल डिकेड ऑफ एक्शन रोड सेफ्टी अवार्ड’ मिला 

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India receives top global award for enhancing road safety standards

फरवरी 2025 में, भारत सरकार (GoI) को मोरक्को के माराकेच में आयोजित सड़क सुरक्षा पर चौथे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में इस क्षेत्र के सर्वोच्च पुरस्कार प्रिंस माइकल डिकेड ऑफ एक्शन रोड सेफ्टी अवार्डसे सम्मानित किया गया। भारत ने यह सम्मान मोरक्को साम्राज्य के साथ साझा किया, क्योंकि दोनों देशों को सड़क सुरक्षा में सुधार के उनके प्रयासों के लिए मान्यता दी गई थी।

  • सम्मेलन का आयोजन मोरक्को साम्राज्य और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा किया गया था। सम्मेलन का विषय “कमिट तू लाइफ” है।
  • मंत्रिस्तरीय सम्मेलन ने वैश्विक सड़क दुर्घटनाओं को 2030 तक 50% तक कम करने पर केंद्रित एक रणनीतिक योजना बनाने के लिए कई देशों के परिवहन नेताओं को एकजुट किया, जिसमें सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए वैश्विक सहयोग पर जोर दिया गया।

मुख्य बिंदु:

i.भारत को 2014 से वाहन सुरक्षा में प्रगति के लिए मान्यता दी गई, जिसमें ‘नई कार सुरक्षा मूल्यांकन कार्यक्रम’ की शुरुआत और सभी नए 2-पहिया वाहनों में ‘एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम’ (ABS) का अनिवार्य कार्यान्वयन शामिल है।

ii.यह पुरस्कार भारत सरकार की ओर से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के केंद्रीय राज्य मंत्री (MoS) अजय टम्टा को WHO के स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक विभाग के निदेशक एटिएन क्रुग द्वारा प्रदान किया गया।

भारत की प्रमुख पहल:

i.कार सुरक्षा मूल्यांकन कार्यक्रम: 2014 में, भारतीय कारों के स्वतंत्र क्रैश परीक्षणों के बाद, भारत के MoRTH ने वाहन सुरक्षा मानकों के लिए एक नया ढांचा पेश किया।

ii.2-पहिया वाहनों के लिए ABS: 2018 में, भारत सरकार ने अनिवार्य किया कि सभी नए 2-पहिया वाहन यूरोपीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप ABS से लैस हों।

वाहन सुरक्षा में भारत की प्रमुख उपलब्धियाँ:

i.2018 में, भारत सरकार ने 2023 तक देश के वाहन सुरक्षा मानकों को यूरोपीय मानदंडों के अनुरूप बनाने के लिए एक रोडमैप की रूपरेखा तैयार की।

ii.NH नेटवर्क: पिछले दशक में, भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) नेटवर्क की लंबाई 60% बढ़ी है, जो 2014 में 91,287 किलोमीटर (km) से बढ़कर 2024 में 146,195 km हो गई है, जिससे यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क बन गया है।

iii.NHSC: भारत के राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर (NHSC) 2014 में सिर्फ 93 km से बढ़कर 2024 में 2,474 km हो गए हैं।

  • भारत के राजमार्ग नेटवर्क का तेजी से विकास सरकार की अगुवाई वाली पहलों, जैसे कि प्रमुख भारतमाला परियोजना कार्यक्रम द्वारा संचालित है।

iv.बाहरी सहायता प्राप्त परियोजनाएँ: संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) स्थित विश्व बैंक (WB), जापान स्थित जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (JICA), और फिलीपींस स्थित एशियाई विकास बैंक (ADB) द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं के माध्यम से अतिरिक्त 2,540 km राजमार्गों का निर्माण किया गया है।

मोरक्को के बारे में:

प्रधानमंत्री (PM)- अजीज अखनौच
राजधानी– रबात
मुद्रा– मोरक्कन दिरहम (MAD)