संयुक्त राष्ट्र (UN) का स्वच्छ ऊर्जा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस प्रतिवर्ष 26 जनवरी को दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाने और स्वच्छ ऊर्जा के लिए एक निष्पक्ष और समावेशी संक्रमण की दिशा में कार्रवाई को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है, जिससे लोगों और ग्रह दोनों को लाभ हो।
- 26 जनवरी 2025 को स्वच्छ ऊर्जा का दूसरा अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाएगा।
नोट: ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन को कम करने और समुदायों को विश्वसनीय ऊर्जा स्रोतों तक पहुँच सुनिश्चित करने में स्वच्छ ऊर्जा महत्वपूर्ण है।
पृष्ठभूमि:
26 जनवरी, 2023 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा के लिए वैश्विक संक्रमण में तेजी लाने की आवश्यकता को पहचानते हुए संकल्प A/77/327 के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित किया था।
- स्वच्छ ऊर्जा का पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस 26 जनवरी 2024 को मनाया गया।
महत्व:
i.यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 26 जनवरी, 2009 को स्थापित एक वैश्विक अंतर-सरकारी एजेंसी, अंतर्राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी (IRENA) की स्थापना तिथि के साथ मेल खाता है।
- 26 जनवरी 2025 को IRENA की 16वीं वर्षगांठ है।
- IRENA दुनिया भर के देशों को उनके अक्षय ऊर्जा (RE) संक्रमण में सहायता करता है, महत्वपूर्ण डेटा, नीति मार्गदर्शन प्रदान करता है और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है।
ii.यह दिवस जलवायु परिवर्तन से निपटने, ऊर्जा गरीबी को कम करने और सभी समुदायों के लिए विश्वसनीय ऊर्जा तक समान पहुँच सुनिश्चित करने में स्वच्छ ऊर्जा समाधानों के महत्व पर जोर देता है।
वैश्विक चुनौतियाँ:
i.वैश्विक ऊर्जा गरीबी: 685 मिलियन लोगों के पास बिजली की पहुँच नहीं है, मुख्य रूप से उप-सहारा अफ्रीका में (80% से अधिक), जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आर्थिक अवसर सीमित हो रहे हैं।
ii.प्रदूषणकारी ऊर्जा स्रोत: जीवाश्म ईंधन पर निरंतर निर्भरता गरीबी और पर्यावरणीय नुकसान को बढ़ाती है।
iii.स्वच्छ ऊर्जा में परिवर्तन: इन चुनौतियों पर काबू पाने और सतत विकास लक्ष्य 7 (SDG 7) – “अफोर्डेबल एंड क्लीन एनर्जी फॉर ऑल बाए 2030” को प्राप्त करने के लिए सौर, पवन और जल विद्युत आवश्यक हैं।
- SDG 7 का लक्ष्य 2030 तक सभी के लिए सस्ती, विश्वसनीय, टिकाऊ और आधुनिक ऊर्जा तक पहुँच सुनिश्चित करना है।
iv.डीकार्बोनाइजेशन: जलवायु संकट को संबोधित करने और जीवाश्म ईंधन से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा में बदलाव महत्वपूर्ण है।
मुख्य तथ्य:
i.ग्रीनहाउस गैसों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, जो सूर्य की गर्मी को फँसाता है और ग्रह को गर्म करता है, ऊर्जा उत्पादन, विशेष रूप से बिजली और हीटिंग के लिए कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस जैसे जीवाश्म ईंधन को जलाने से आता है।
ii.जीवाश्म ईंधन वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन का लगभग 90% हिस्सा है, जो जलवायु परिवर्तन में अग्रणी योगदानकर्ता है।
- वैश्विक ग्रीनहाउस गैस (मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड (N2O), नाइट्रोजन ट्राइफ्लोराइड (NF3) उत्सर्जन का 75% से अधिक ऊर्जा के लिए जीवाश्म ईंधन को जलाने से आता है।
iii.खाना पकाने के लिए प्रदूषणकारी ईंधन सालाना 3.2 मिलियन अकाल मौतों का कारण बनते हैं; स्वच्छ खाना पकाने से इनमें से कई को रोका जा सकता है।
iv.नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश किया गया प्रत्येक 1 अमेरीकी डालर जीवाश्म ईंधन उद्योग की तुलना में 3X अधिक नौकरियां पैदा करता है।
v.पवन, सौर, जल और भूतापीय जैसे नवीकरणीय स्रोत वर्तमान में दुनिया की लगभग 29% बिजली पैदा करते हैं।
2025 कार्यक्रम:
i.दुबई इलेक्ट्रिसिटी एंड वाटर अथॉरिटी (DEWA), संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने दुबई, UAE में मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम सोलर पार्क में अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ ऊर्जा दिवस के अवसर पर 2 महत्वपूर्ण कार्यक्रम ‘रिन्यूएबल्स टॉक’ और ‘वुमन इन डिप्लोमेसी’ की मेजबानी की।
ii.इस कार्यक्रम ने स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा दिया और ज्ञान के आदान-प्रदान को सुगम बनाया और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने में कूटनीति और नेतृत्व में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
iii.मुख्य सहभागी: डॉ. आमना अल दहक, UAE जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण मंत्री, सईद मोहम्मद अल टायर, DEWA के प्रबंध निदेशक (MD) & मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), फ्रांसेस्को ला कैमरा, IRENA के महानिदेशक (DG), HE डॉ. नवल अल होसानी और IRENA में UAE के स्थायी प्रतिनिधि।
मुख्य बिंदु:
i.UAE का लक्ष्य 2050 तक नेट जीरो हासिल करना है और ग्लोबल साउथ में वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा पहलों को आगे बढ़ाना है।
- DEWA का लक्ष्य 2050 तक दुबई के लिए 100% स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना है।
ii.मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम सोलर पार्क, स्वतंत्र विद्युत उत्पादक (IPP) मॉडल पर आधारित दुनिया का सबसे बड़ा एकल-साइट सोलर पार्क, 2030 तक 5,000 मेगावाट (MW) से अधिक होने वाला है, जिसमें सौर ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और AI-संचालित समाधानों का उपयोग किया जाएगा।
नोट: अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की बिजली रिपोर्ट 2024 के अनुसार, वैश्विक बिजली की मांग अगले 3 वर्षों में तेज़ दर से बढ़ने की उम्मीद है, जो 2026 तक सालाना औसतन 3.4% बढ़ेगी।
अंतर्राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी (IRENA) के बारे में:
महानिदेशक (DG) – फ्रांसेस्को ला कैमरा
मुख्यालय -अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
स्थापना – 2009