भारत सरकार प्रतिवर्ष 23 मार्च को 3 युवा स्वतंत्रता सेनानियों- भगत सिंह, सुखदेव थापर, और शिवराम राजगुरु को सम्मानित करने के लिए शहीद दिवस या मार्टियर्स डे के रूप में मनाती है। 21 मार्च 2021 को 3 युवाओं की 90वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
नोट– 30 जनवरी, महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को मार्टियर्स डे के रूप में भी मनाया जाता है।
शहीद दिवस का इतिहास:
i.लाला लाजपत राय की लाठी चार्ज के दौरान हत्या कर दी गई थी।
ii.उनकी मौत का बदला लेने के लिए, 3 युवाओं, भगत सिंह, सुखदेव थापर, शिवराम राजगुरु ने चंद्रशेखर आज़ाद के समर्थन के साथ 8 अप्रैल 1929 को केंद्रीय विधान सभा पर बम फेंके थे।
iii.हत्या के आरोप के साथ, ब्रिटिश सरकार ने 23 मार्च 1931 को 3 स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दे दी।
iv.उनके फांसी के बाद भगत सिंह ने “इंकलाब जिंदाबाद” के नारे लगाए, जो बाद में भारत के सशस्त्र संघर्ष का नारा बन गया।
भगत सिंह के कुछ प्रसिद्ध उद्धरण:
- “क्रांति मानव जाति का एक अक्षम्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक जन्मजात अधिकार है”
- “वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते। वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को कुचल नहीं पाएंगे”
- “दर्शन शास्त्र मानव की कमजोरी या ज्ञान की सीमा का परिणाम है”
- “अगर बहरे को सुनाया जाना हो, तो आवाज बहुत तेज होनी होगी”
- “एक विद्रोह एक क्रांति नहीं है। यह अंततः उस अंत तक ले जा सकता है”