विश्व रंगमंच दिवस (या वर्ल्ड थिएटर डे) सालाना 27 मार्च को दुनिया भर में मनाया जाता है ताकि रंगमंच कला के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके। यह दिन दुनिया भर में लगभग 90 अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच संस्थान (ITI) केंद्रों और अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच समुदाय में मनाया जाता है।
उद्देश्य:
- दुनिया भर में कला आकृति को बढ़ावा देना।
- कला आकृति के मूल्य से लोगों को अवगत कराना।
- नृत्य और थिएटर समुदायों को व्यापक स्तर पर अपने काम को बढ़ावा देने में सक्षम बनाना ताकि निर्णायक अग्रणियों को इन कला आकृति के मूल्य के बारे में पता हो और उनका समर्थन करें।
- अपने स्वयं के लिए कला के रूप का आनंद लेना।
पृष्ठभूमि:
i.विश्व रंगमंच दिवस की शुरुआत सबसे पहले 1961 में अंतर्राष्ट्रीय थिएटर संस्थान ITI द्वारा की गई थी।
ii.पहला विश्व रंगमंच दिवस को 27 मार्च 1962 में मनाया गया था।
iii.27 मार्च पेरिस में 1962 के “थिएटर ऑफ नेशंस” सीजन के उद्घाटन की तारीख का प्रतीक है।
विश्व रंगमंच दिवस का उत्सव:
i.विश्व रंगमंच दिवस के उत्सव का महत्वपूर्ण हिस्सा विश्व रंगमंच दिवस संदेश का प्रचलन है, जिसके माध्यम से रंगमंच में कोई उत्कृष्ट व्यक्ति या किसी अन्य क्षेत्र से उत्कृष्ट व्यक्ति, जिसे ITI द्वारा आमंत्रित किया गया हो, वे अपने संदेश को “थिएटर एंड कल्चर ऑफ पीस” विषय पर साझा करते हैं।
ii.यह संदेश 50 से अधिक भाषाओं में अनुवादित होता है।
iii.पहला रंगमंच दिवस संदेश 1962 में जीन कोक्ट्यू द्वारा लिखा गया था।
iv.2021 विश्व रंगमंच दिवस का संदेश यूनाइटेड किंगडम के हेलेन मिरेन द्वारा लिखा गया है, जो मंच, स्क्रीन और टेलीविजन में एक अंतरराष्ट्रीय कैरियर के साथ सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में से एक है।
v.हेलन मिरेन ने 2007 में “द क्वीन” में अपने प्रदर्शन के लिए अकादमी पुरस्कार जीता है।
अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच संस्थान (ITI) के बारे में:
ITI का निर्माण सर जूलियन हक्सले, UNESCO के पहले निदेशक और JB प्रीस्टली, नाटककार और उपन्यासकार की पहल पर किया गया था।
अध्यक्ष- मोहम्मद सैफ अल-अफखम
महानिदेशक- टोबियास बियानकोन
गठन- 1948
मुख्यालय- शंघाई, चीन