विश्व पुस्तक और कॉपीराइट (सर्वाधिकार) दिवस दुनिया भर में वार्षिक रूप से 23 अप्रैल को मनाया जाता है, ताकि पढ़ने, प्रकाशन और सर्वाधिकार के लाभों को बढ़ावा दिया जा सके। विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस का वार्षिक उत्सव संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) द्वारा आयोजित किया जाता है।
वर्ष 2021 UNESCO के विश्व पुस्तक दिवस के 25वें संस्करण के उत्सव का प्रतीक है।
पृष्ठभूमि:
UNESCO ने 1995 में पेरिस में आयोजित महासम्मेलन के अपने 28वें सत्र के दौरान एक संकल्प को अपनाया और लेखकों की पुस्तकों को श्रद्धांजलि देने और सभी को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस के रूप में हर साल 23 अप्रैल को इसे मनाए जाने को घोषित किया।
23 अप्रैल क्यों?
i.23 अप्रैल विश्व साहित्य की एक प्रतीकात्मक तिथि है, जिसमें मिगुएल डे कर्वेंटस, शेक्सपियर और इंका गार्सिलसो डे ला वेगा, वो सभी जो 23 अप्रैल 1616 को मारे गए थे उनकी मृत्यु की वर्षगांठ है।
ii.यह तिथि मौरिस ड्रोन, हालडोर K. लक्सनेस, व्लादिमीर नाबोकोव, जोसेपप्ला और मैनुअल मेजा वलेजो जैसे अन्य प्रसिद्ध लेखकों के जन्म और मृत्यु से भी जुड़ी है।
आयोजन:
विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 2021 के आयोजन और कार्यक्रम – “ओके. सो योर नेक्स्ट बुक इज…?” के नारे पर केंद्रित हैं जो युवा लोगों में पढ़ने को बढ़ावा देने के लिए है।
उत्सव के एक भाग के रूप में UNESCO ने “बुकफेस चैलेंज” स्थापित किया है।
वर्ल्ड बुक कैपिटल 2021:
i.ऑड्रे अज़ोले, UNESCO के महानिदेशक ने जॉर्जिया के त्बिलिसी को वर्ष 2021 की विश्व की पुस्तक राजधानी का नाम दिया है।
ii.त्बिलिसी की सिफारिश वर्ल्ड बुक कैपिटल एडवाइजरी कमेटी ने की थी जिसकी बैठक जून 2019 में स्विट्जरलैंड में हुई थी।
- 2000 के बाद से हर साल, UNESCO और पुस्तक उद्योग के 3 प्रमुख क्षेत्रों – प्रकाशकों बुकसेलर और पुस्तकालयों के अंतर्राष्ट्रीय संगठन 23 अप्रैल से प्रभावी 1 वर्ष की अवधि के लिए विश्व पुस्तक राजधानी का चयन करते हैं।
ध्यान दें:
- इस सलाहकार समिति में अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशक संघ (IPA), इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ लाइब्रेरी एसोसिएशन (IFLA) और UNESCO के प्रतिनिधि शामिल हैं।
- वर्ष 2003 में नई दिल्ली को विश्व पुस्तक राजधानी के रूप में नामित किया गया था।