भारत में, स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती को चिह्नित करने के लिए 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। यह दिन शिक्षा के प्रति उनके योगदान और शिक्षा में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है।
- भारत ने 11 नवंबर 2021 को भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की 133वीं जयंती मनाई।
नोट– 1923 में मौलाना आजाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने थे।
पृष्ठभूमि
यह पहली बार 2008 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) (अब शिक्षा मंत्रालय) द्वारा मनाया गया था, जिसने इसे राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में घोषित किया था।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के बारे में
i.उनका जन्म 11 नवंबर 1888 को मक्का, सऊदी अरब में हुआ था और बाद में वह वर्ष 1890 में भारत के कलकत्ता में स्थानांतरित हो गए और 1958 में उनकी मृत्यु हो गई।
पुरस्कार – उन्हें 1992 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
ii.मौलाना अबुल कलाम आजाद 15 अगस्त 1947 से 2 फरवरी 1958 तक स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे जिन्होंने महिला शिक्षा पर जोर दिया।
iii.उनके कार्यकाल के दौरान, पहला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), खड़गपुर उच्च शिक्षा संस्थान, विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग, और माध्यमिक शिक्षा आयोग की स्थापना की गई थी।