पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मलेरकोटला को पंजाब के 23वें जिले के रूप में घोषित किया। जिला संगरूर जिले के एकमात्र मुस्लिम बहुल शहर को अलग कर बनाया गया था।
- ईद-उल-फितर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान नए जिले के गठन की घोषणा की गई।
- मलेरकोटला जिले में मलेरकोटला और अहमदगढ़ के उपखंड और अमरगढ़ की उप-तहसील शामिल हैं।
मलेरकोटला का इतिहास:
i.मलेरकोटला की स्थापना अफगानिस्तान से शेख सदरुद्दीन-ए-जहाँ ने 1454 में की थी और बाद में मलेरकोटला राज्य की स्थापना 1657 में बायज़ीद खान ने की थी।
ii.इसे बाद में पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ (PEPSU) बनाने के लिए पड़ोसी रियासतों के साथ मिला दिया गया था।
iii.1956 के पुनर्गठन के दौरान मलेरकोटला पंजाब राज्य के क्षेत्र का हिस्सा बन गए।
मलेरकोटला का विकास :
पंजाब के मुख्यमंत्री ने जिले के विकास के लिए शहरी पर्यावरण सुधार कार्यक्रम (UEIP) के तहत 6 करोड़ रुपये के कोष की घोषणा की।
हाल के संबंधित समाचार:
पंजाब जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग ने जालंधर जिले के जागरावां-मुरादपुर और तलवाड़ा गाँवों में अपनी तरह की पहली सौर-आधारित जलापूर्ति परियोजनाएँ स्थापित की हैं। यह पायलट प्रोजेक्ट ‘हर घर पानी, हर घर सफाई’ मिशन के तहत स्थापित किया गया है।
उद्देश्य – पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध पेयजल (पीने के पानी) की आपूर्ति सुनिश्चित करना।
पंजाब के बारे में:
वन्यजीव अभयारण्य– बीर मोती बाग वन्यजीव अभयारण्य, बीर ऐशवान वन्यजीव अभयारण्य, बीर दोसांझ वन्यजीव अभयारण्य, बीर भादसों वन्यजीव अभयारण्य।
जूलॉजिकल पार्क- महेंद्र चौधरी जूलॉजिकल पार्क