बलजीत कौर और गुनबाला शर्मा नेपाल में समिट माउंट पुमोरी करने वाली पहली भारतीय महिला पर्वतारोही बन गई हैं।
प्रमुख बिंदु:
- ये दो महिलाएं भी सबसे पहले एक पहाड़ पर चढ़ने वाली हैं जो एवरेस्ट मासिफ का एक हिस्सा है।
- एवरेस्ट मासिफ चार चोटियों- माउंट पुमोरी (7,161 मीटर), माउंट नुप्टसे (7,862 मीटर), माउंट ल्होत्से (8,516 मीटर) और माउंट एवरेस्ट (8,848.86 मीटर) से मिलकर बना है।
अभियान के बारे में:
i.एवरेस्ट मासिफ अभियान को 27 मार्च को केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने दिल्ली में हरी झंडी दिखाई थी।
ii.इस अभियान का उद्देश्य चुनौतीपूर्ण माउंट नुप्त्से और माउंट पुमोरी की पहली भारतीय चढ़ाई करना है, इसके अलावा कठिन माउंट ल्होत्से की चढ़ाई करना है।
iii.पर्वतारोही, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की बलजीत कौर और राजस्थान की गुनबाला शर्मा इस 12 सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं, जिन्होंने एवरेस्ट मासिफ की सभी चार चोटियों को फतह करने का प्रयास किया था।
iv.दो पर्वतारोहियों के साथ चोटी पर जाने के लिए दो शेरपा नूरी शेरपा और गेलू शेरपा थे।
v.गौरतलब है कि 10 मई 2021 को दो भारतीय पुरुष पर्वतारोहियों हेम राज और स्टैनजिन नोरबू ने चार शेरपाओं के साथ एक ही पहाड़ को जमा किया था।
vi.माउंट पुमोरी और माउंट नुप्त्से को दुनिया में समिट पर पहुंचने के लिए सबसे कठिन पर्वत माना जाता है।
हाल के संबंधित समाचार:
हाल ही में, महाराष्ट्र की एक 28 वर्षीय प्रियंका मोहिते माउंट अन्नपूर्णा (8,091 मीटर) को चढना पहली भारतीय महिला बनीं, जो दुनिया की 10वीं सबसे ऊंची पर्वत चोटी है।
नेपाल के बारे में:
नेपाल में दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत, माउंट एवरेस्ट और साथ ही 6,000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाली 1,310 चोटियां हैं।
अध्यक्ष: विद्या देवी भंडारी
राजधानी: काठमांडू
मुद्रा: नेपाली रुपया (NPR)