संयुक्त राष्ट्र (UN) का अंतर्राष्ट्रीय न्यूट्रैलिटी दिवस प्रतिवर्ष 12 दिसंबर को विश्व स्तर पर देशों के बीच न्यूट्रैलिटी को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में न्यूट्रैलिटी के मूल्य के बारे में जनता में जागरूकता के स्तर को बढ़ाने पर जोर देने के लिए मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र चार्टर का अनुच्छेद 2 भी सदस्य देशों को अपने विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने की अनुमति देता है।
पृष्ठभूमि:
i.संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 2 फरवरी 2017 को संकल्प A/RES /71/275 को अपनाया और हर साल 12 दिसंबर को न्यूट्रैलिटी के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने को घोषित किया।
ii.12 दिसंबर 2017 को न्यूट्रैलिटी का पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया गया।
मुख्य विचार:
i.राज्यों द्वारा न्यूट्रैलिटी की नीति अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को मजबूत करने में भी योगदान दे सकती है।
ii.अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में न्यूट्रैलिटी के मूल्य के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए न्यूट्रैलिटी का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।
नोट- UNGA ने 12 दिसंबर 1995 को ‘तुर्कमेनिस्तान की स्थायी न्यूट्रैलिटी’ के प्रस्ताव को अपनाया, यह दुनिया का एकमात्र देश है, जिसे संयुक्त राष्ट्र से स्थायी न्यूट्रैलिटी मिली है।
न्यूट्रैलिटी के बारे में:
i.न्यूट्रैलिटी एक आक्रामक देश और न्यूट्रल देश, युद्ध में भाग नहीं लेने वाले देश के बीच एक कानूनी स्थिति है।
ii.संघर्ष में पड़ने वाले देशों को नुकसान के जोखिम को कम करने में न्यूट्रैलिटी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
न्यूट्रैलिटी के माध्यम से निवारक कूटनीति:
i.‘निवारक कूटनीति‘ विवादों को संघर्षों में बढ़ने से रोकने और संघर्षों के होने पर उनके प्रसार को सीमित करने के लिए की गई कूटनीतिक कार्रवाई को संदर्भित करती है।
ii.संयुक्त राष्ट्र निवारक कूटनीति के उपयोग कर राष्ट्रीय नीतियों के माध्यम से न्यूट्रैलिटी के महत्व पर प्रकाश डालता है।
संयुक्त राष्ट्र के बारे में:
महासचिव– एंटोनियो गुटेरेस
मुख्यालय– न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका