अप्रैल 2025 में, तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने हैदराबाद, तेलंगाना में कान्हा शांति वनम में दुनिया के पहले ऊर्जा संचरण उद्यान बाबूजी वनम का उद्घाटन किया।
- संस्कृति मंत्रालय (MoC) के सहयोग से विकसित इस पहल को सहज मार्ग ध्यान प्रणाली के संस्थापक पूज्य बाबूजी महाराज की 125वीं जयंती समारोह के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था।
बाबूजी वनम की मुख्य विशेषताएं:
i.इस उद्यान में नीम, लाल चंदन, तुलसी और उष्णकटिबंधीय बादाम सहित औषधीय पेड़ों की 40 प्रजातियाँ शामिल हैं, जिन्हें उनके आध्यात्मिक और उपचार गुणों के लिए चुना गया है।
ii.प्राणहुति (योगिक संचरण) को विकीर्ण करने के लिए डिज़ाइन किए गए इस उद्यान में वर्षा जल संचयन की सुविधा और पारिस्थितिक स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक्यूप्रेशर मार्ग, परकोलेशन पिट और ढलान वाले परिदृश्य हैं।
iii.एक केंद्रीय जल निकाय सृष्टि की उत्पत्ति का प्रतीक है, जबकि एक जैव विविधता वाला पैच देशी जीवों और पक्षियों को आकर्षित करता है।
iv.बच्चों में प्रकृति के प्रति लगाव को बढ़ावा देने के लिए एक गाय बाड़ा बनाया गया है, जो बाबूजी की गायों के प्रति आत्मीयता को दर्शाता है।
विशेष प्रकाशन:
कार्यक्रम के दौरान, दो प्रकाशन जारी किए गए,
i.“पवित्र तीर्थंकर”: रेव दाजी (हैदराबाद स्थित हार्टफुलनेस संस्थान के मार्गदर्शक) द्वारा लिखित, 24 जैन तीर्थंकरों की आध्यात्मिक विरासत की खोज करता है, जैन धर्म और हार्टफुलनेस के बीच साझा आध्यात्मिक विरासत पर प्रकाश डालता है।
ii.“प्रेम की सिम्फनी”: 2012 और 2015 के बीच रेव दाजी के साथ ध्यान सत्रों के दौरान मदर हेलेन पेरेट (बाबूजी की लेखिका) के संदेशों को संकलित करता है, जो मानव चेतना में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
पूज्य बाबूजी महाराज के बारे में:
उनका जन्म 30 अप्रैल, 1899 को शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वे एक प्रसिद्ध भारतीय आध्यात्मिक नेता और योगी थे।
- उन्हें श्री राम चंद्र मिशन (SRCM) के संस्थापक और सहज मार्ग ध्यान प्रणाली के विकासकर्ता के रूप में जाना जाता है, जिसे हार्टफुलनेस मेडिटेशन के नाम से भी जाना जाता है।
पूज्य बाबूजी महाराज की 125वीं जयंती समारोह:
पूज्य बाबूजी महाराज का जन्म 30 अप्रैल, 1899 को शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश, UP में हुआ था। वे एक प्रसिद्ध भारतीय आध्यात्मिक नेता और योगी थे।
उन्हें श्री राम चंद्र मिशन (SRCM) के संस्थापक और सहज मार्ग ध्यान प्रणाली के विकासकर्ता के रूप में जाना जाता है, जिसे हार्टफुलनेस मेडिटेशन के नाम से भी जाना जाता है।
i.पूज्य बाबूजी महाराज की 125वीं जयंती समारोह एक साल तक चलने वाला स्मरणोत्सव (2024-2025) है, जो 8 राज्यों: तमिलनाडु (TN), उत्तर प्रदेश (UP), महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश (AP), गुजरात और मध्य प्रदेश (MP) में मनाया जाएगा, जो 65,000 गाँवों के 12 करोड़ लोगों तक पहुँचेगा।
ii.इन पहलों में एकात्म अभियान, ध्यान कार्यक्रम, जीवनशैली सुधार कार्यशालाएं और कौशल निर्माण सत्र शामिल थे, जो बाबूजी महाराज के आध्यात्मिक परिवर्तन और पारिस्थितिक जिम्मेदारी के संदेश का प्रसार करते थे।
तेलंगाना के बारे में
मुख्यमंत्री (CM) – A रेवंत रेड्डी
राज्यपाल – जिष्णु देव वर्मा
राजधानी – हैदराबाद
पक्षी अभयारण्य – मंजीरा पक्षी अभयारण्य