एक प्रमुख मार्केटिंग डेटा और एनालिटिक्स बिज़नेस कांटार द्वारा जारी ब्रैंड इनक्लुशन इंडेक्स (BII) 2024 में गूगल, टाटा मोटर्स, अमेजन, जियो और एप्पल को भारत में शीर्ष 5 मोस्ट इंक्लूसिव ब्रैंड घोषित किया गया है।
- ग्लोबल इंडेक्स में गूगल, अमेजन, नाइकी, डव और मैकडॉनल्ड्स को शीर्ष पांच मोस्ट इंक्लूसिव ब्रैंड के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
ब्रैंड इनक्लुशन इंडेक्स (BII):
i.BII 18 देशों में 23,000 से अधिक लोगों का एक ग्लोबल अध्ययन है। भारत चरण में इंक्लूसिव डेमोग्राफिक वाले 1,000 से अधिक उत्तरदाता शामिल हैं।
ii.कांटार का BII भारत के कुछ मोस्ट इंक्लूसिव ब्रैंड्स के साथ-साथ भारतीय उपभोक्ताओं के लिए भेदभाव के महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालता है।
iii.ब्रैंड्स को उपभोक्ताओं द्वारा DEI (विविधता, समानता & समावेश) पहलों के प्रति वास्तविक प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए मान्यता दी गई।
भारत BII:
i.यह इंडिया ब्रैंड इनक्लुशन इंडेक्स अध्ययन का पहला संस्करण है, जिसमें स्किनकेयर, बैंकिंग, ऑटोमोटिव और प्रौद्योगिकी श्रेणियों का अध्ययन किया गया है।
ii.भारत के शीर्ष BII स्कोरर (श्रेणीवार): गूगल (प्रौद्योगिकी), टाटा मोटर्स (ऑटोमोटिव), SBI (बैंकिंग), डव (स्किनकेयर) हैं।
iii.इन ब्रैंड्स को उपभोक्ताओं द्वारा DEI पहलों के प्रति वास्तविक प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए मान्यता दी गई।
iv.गूगल, जिसे दुनिया और भारत दोनों में मोस्ट इंक्लूसिव ब्रैंड का नाम दिया गया था, को उपभोक्ताओं द्वारा अपनी आंतरिक नीतियों, उत्पादों और मार्केटिंग में DEI के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिए मान्यता दी गई है।
BII 2024 का अवलोकन:
i.कांतार के BII से पता चलता है कि 75% उपभोक्ता अपने खरीद निर्णयों में ब्रैंड की विविधता और समावेश प्रतिष्ठा पर विचार करते हैं।
ii.भारत में, 68% उत्तरदाताओं ने भेदभाव का अनुभव किया है, विशेष रूप से वाणिज्यिक स्थानों और ब्रैंड टचपॉइंट्स पर, जो ग्लोबल औसत 46% से अधिक है।
iii.अध्ययन में यह भी बताया गया है कि 86% भारतीयों के लिए जीवन और ब्रैंड विकल्पों दोनों में DEI महत्वपूर्ण है।
नोट: कैंटर का BII 9 संकेतकों के माध्यम से मापा गया 4 प्रमुख आयामों DEI रणनीति, विविधता, इक्विटी और समावेशन में प्रदर्शन का आकलन करता है।
इंक्लूसिव मार्केटिंग का महत्व:
i.अध्ययन पहचानता है कि इंक्लूसिव मार्केटिंग ब्रैंड विकास के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
ii.भेदभाव को संबोधित करने में विफल रहने वाले ब्रैंड अपने ग्राहक आधार के एक बड़े हिस्से को अलग-थलग करने का जोखिम उठाते हैं।
iii.BII 2024 एक बड़े समावेशन अंतर की पहचान करता है जिसे व्यवसायों को संबोधित करने की आवश्यकता है और यह अंतर भेदभाव का अनुभव करने वालों और DEI को महत्व देने वालों के बीच असमानता है।
मुख्य निष्कर्ष:
i.भारतीय विज्ञापन अभी भी पारंपरिक भूमिकाएँ दिखाते हैं, जिसमें विविध शरीर के आकार और वृद्ध महिलाओं का सीमित प्रतिनिधित्व है।
- विज्ञापनों (Ads) में 7% महिलाएँ गैर-पारंपरिक भूमिकाओं में हैं।
- रंगभेद और आयुवाद जारी है, विज्ञापनों में केवल 15% महिलाएँ 40 वर्ष (ग्लोबल स्तर पर 26% की तुलना में) से अधिक उम्र की हैं।
- 7% विज्ञापन विविध शारीरिक आकृतियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
ii.ग्लोबल स्तर पर, विकलांग लोगों में से 81% और लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीर या प्रश्नकर्ता (LGBTQ+) व्यक्तियों में से 62% उच्च भेदभाव दर की रिपोर्ट करते हैं।
iv.ऐसे विज्ञापन जो लोगों को सकारात्मक रूप से सफलतापूर्वक चित्रित करते हैं, विज्ञापन निवेश के लिए अधिक अनुमानित रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (ROI) प्रदान करते हैं।
हाल ही के संबंधित समाचार:
ब्रैंड फाइनेंस ऑफ इंडिया 100 2024 के अनुसार: जून 2024 में सबसे मूल्यवान और सबसे मजबूत भारतीय ब्रैंड्स पर वार्षिक रिपोर्ट, TATA समूह ने ब्रैंड मूल्य रैंकिंग 2024 में नंबर 1 स्थान बरकरार रखा, जिसमें ब्रैंड मूल्य में 9% की वृद्धि हुई और यह 28.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। भारत में सबसे मूल्यवान ब्रांड, TATA समूह, 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ब्रैंड मूल्य के करीब पहुंचने वाला पहला भारतीय ब्रैंड बन गया।
कंटार के बारे में:
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)– क्रिस जेनसन
मुख्यालय– लंदन, यूनाइटेड किंगडम (UK)