बाल अपहरण के मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने और माता-पिता को अपने बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण के उपायों के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रतिवर्ष 25 मई को अंतर्राष्ट्रीय गुमशुदा बाल दिवस (IMCD) मनाया जाता है।
लक्ष्य:
- दुनिया भर में लापता होने वाले बच्चों के बारे में जागरूकता फैलाना।
- लापता हुए बच्चों को खोजने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना।
अंतर्राष्ट्रीय गुमशुदा बाल दिवस का आधिकारिक प्रतीक ‘फॉरगेट मी नॉट फ्लावर‘ है।
पृष्ठभूमि:
i.1983 में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में नेशनल मिसिंग चिल्ड्रेन्स डे के रूप में इस दिन की शुरुआत की गई थी।
ii.इस दिन की स्थापना 1979 में न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका से एतान पाट्ज के लापता होने के बाद हुई थी।
iii.2001 में, 25 मई को इंटरनेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लॉइटेड चिल्ड्रन (ICMEC), मिसिंग चिल्ड्रन यूरोप और यूरोपीय आयोग के संयुक्त प्रयास के परिणामस्वरूप पहली बार औपचारिक रूप से अंतर्राष्ट्रीय गुमशुदा बाल दिवस के रूप में इसे मान्यता दी गई थी।
ग्लोबल मिसिंग चिल्ड्रन नेटवर्क:
ii.ग्लोबल मिसिंग चिल्ड्रेन नेटवर्क (GMCB) को 1998 में ICMEC और US के नेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लॉइटेड चिल्ड्रेन के संयुक्त उद्यम के रूप में लॉन्च किया गया था।
ii.GMCB लापता और अपहृत बच्चों को बरामद करने में मदद करता है।
इंटरनेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लॉइटेड चिल्ड्रेन (ICMEC) के बारे में:
अध्यक्ष– डॉ फ्रांज B. ह्यूमर
मुख्यालय– अलेक्जेंड्रिया, वर्जीनिया, संयुक्त राज्य अमेरिका