भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नेता और अहिंसा के दर्शन और रणनीति के अग्रणी महात्मा गांधी के जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) का अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस हर साल 2 अक्टूबर को दुनिया भर में मनाया जाता है।
- भारत में यह दिन गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है।
- 2 अक्टूबर 2023 को महात्मा गांधी की 154वीं जयंती और 17वां अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस है।
पृष्ठभूमि:
i.अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस का विचार सबसे पहले 2004 में ईरानी नोबल अवार्ड विजेता शिरीन एबादी द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
ii.जून 2007 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने संकल्प A/RES/61/271 को अपनाया और 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया।
- यह दिन पहली बार 2 अक्टूबर 2007 को मनाया गया था।
- इस दिन का उद्देश्य शिक्षा और जन जागरूकता के माध्यम से ‘हिंसा को ना कहें‘ का संदेश फैलाना है।
iii.संकल्प “अहिंसा के सिद्धांत की सार्वभौमिक प्रासंगिकता” और “शांति, सहिष्णुता, समझ और अहिंसा की संस्कृति को सुरक्षित करने की इच्छा” की पुष्टि करता है।
महात्मा गांधी और अहिंसा:
i.महात्मा गांधी, जिन्हें अक्सर भारत में “राष्ट्रपिता” के रूप में जाना जाता है, एक ऐसे नेता थे जिन्होंने अहिंसा की विशाल शक्ति का प्रदर्शन किया था।
ii.उनका “सत्याग्रह” का दर्शन, जिसका अनुवाद “सत्य बल” या “आत्मिक बल” है, सामाजिक और राजनीतिक सक्रियता के प्रति उनके दृष्टिकोण के मूल में था।
iii.उनका मानना था कि भारतीयों को उपनिवेशवाद से आजादी की लड़ाई में हिंसा या नफरत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अहिंसा के प्रमुख सिद्धांत
i.अहिंसा सामाजिक या राजनीतिक परिवर्तन प्राप्त करने के लिए शारीरिक हिंसा के उपयोग को अस्वीकार करती है।
ii.अहिंसा को “आम लोगों की राजनीति” के रूप में वर्णित किया गया है।
सामाजिक न्याय के अभियानों में सामाजिक संघर्ष के इस रूप को दुनिया भर में बड़े पैमाने पर आबादी द्वारा अपनाया गया है।
iii.अहिंसा उत्पीड़ितों के लिए एक शक्तिशाली हथियार है। इसमें बदले में हिंसा का सहारा लिए बिना कष्ट और अन्याय सहने का साहस शामिल है।
iv.अहिंसा कार्रवाई की तीन मुख्य श्रेणियां हैं
- विरोध और अनुनय – शांतिपूर्ण मार्च, रैलियां, भूख हड़ताल, याचिकाएं और बहिष्कार
- असहयोग – कर प्रतिरोध और सविनय अवज्ञा
- अहिंसक हस्तक्षेप – नाकेबंदी और कब्जे
अहिंसा के माध्यम से उपलब्धियाँ
i.महात्मा गांधी के अहिंसक अभियानों ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ii.नेल्सन मंडेला और अन्य रंगभेद विरोधी कार्यकर्ताओं ने अहिंसा की वकालत की, जिससे अंततः रंगभेद प्रणाली खत्म हो गई।
हाल के संबंधित समाचार:
धर्म या विश्वास के आधार पर हिंसा के कृत्यों के पीड़ितों की याद में संयुक्त राष्ट्र (UN) का अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 22 अगस्त को दुनिया भर में धार्मिक अल्पसंख्यकों के व्यक्तियों के खिलाफ हिंसा और आतंकवाद के कृत्यों की निंदा करने के लिए मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) के बारे में:
महासचिव– एंटोनियो गुटेरेस
मुख्यालय– न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
स्थापना– 1945