23 अक्टूबर 2024 को, वाशिंगटन D.C. (संयुक्त राज्य अमेरिका, USA) स्थित थिंक टैंक वर्ल्ड जस्टिस प्रोजेक्ट (WJP) ने “WJP रूल ऑफ लॉ इंडेक्स 2024” शीर्षक से रिपोर्ट जारी की। इंडेक्स में 142 देशों में भारत को 79वें स्थान पर रखा गया है, जिसका कुल रूल ऑफ लॉ स्कोर 0.50 है, जो पिछले साल के स्कोर की तुलना में 0.8% अधिक है।
- इंडेक्स के अनुसार, अधिकांश देशों (57%) में लगातार 7वें वर्ष कानून के शासन में गिरावट आई है, जबकि सर्वे किए गए 43% देशों ने कानून के शासन में सुधार का अनुभव किया है।
- डेनमार्क 0.90 के समग्र स्कोर के साथ इंडेक्स में शीर्ष पर रहा, उसके बाद नॉर्वे (0.89) और फ़िनलैंड (0.87) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
WJP रूल ऑफ इंडेक्स 2024 के बारे में:
i.यह एक मात्रात्मक उपकरण के रूप में कार्य करता है जो व्यवहार में कानून के शासन को मापता है और इसे WJP द्वारा 2009 से प्रतिवर्ष प्रकाशित किया जा रहा है।
ii.WJP रूल ऑफ लॉ इंडेक्स का नवीनतम संस्करण 2,14000 से अधिक घरों और 3,500 कानूनी प्रशिक्षु और विशेषज्ञों के वैश्विक सर्वे पर आधारित है। यह कानून के शासन पर मूल, स्वतंत्र डेटा के लिए दुनिया का अग्रणी स्रोत है।
iii.देशों के स्कोर और रैंकिंग को WJP द्वारा सामान्य जनसंख्या सर्वे (GPP) और योग्य उत्तरदाताओं के प्रश्नावली (QRQ) से प्राप्त डेटा का उपयोग करके तैयार किया गया था।
iv.स्कोर 0 से 1 तक होता है, जहाँ 1 (उच्चतम संभव स्कोर) कानून के शासन के मजबूत पालन को दर्शाता है और 0 (सबसे कम संभव स्कोर) कानून के शासन के कमजोर पालन को दर्शाता है।
v.इंडेक्स 8 मुख्य कारकों: सरकारी शक्तियों पर प्रतिबंध, भ्रष्टाचार की अनुपस्थिति, खुली सरकार, मौलिक अधिकार, व्यवस्था और सुरक्षा, विनियामक प्रवर्तन, नागरिक न्याय और आपराधिक न्याय पर जानकारी प्रस्तुत करता है।
- इन 8 मुख्य कारकों को आगे 44 विशिष्ट उप-कारकों में वर्गीकृत किया गया है।
शीर्ष 5 देश:
रैंक | देश का नाम | कुल स्कोर |
---|---|---|
1 | डेनमार्क | 0.90 |
2 | नॉर्वे | 0.89 |
3 | फ़िनलैंड | 0.87 |
4 | स्वीडन | 0.86 |
5 | जर्मनी | 0.83 |
79 | भारत | 0.50 |
मुख्य निष्कर्ष:
i.इंडेक्स ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अधिकांश देशों में गिरावट काफी हद तक सत्तावादी प्रवृत्तियों से प्रेरित थी। इसने दिखाया कि मौलिक अधिकारों को मापने वाला इंडेक्स कारक 2016 और 2024 के बीच भारत सहित 81% देशों में घट गया है।
- रिपोर्ट ने आगे रेखांकित किया कि इंडेक्स में सभी 142 देशों में, कारक “मौलिक अधिकार” में गिरावट सबसे व्यापक थी क्योंकि तीन देशों में से लगभग दो (66%) ने 2024 में इस सूचक में गिरावट देखी।
ii.रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 7 वर्षों में, भारत सहित 77% देशों में “सरकारी शक्तियों पर बाधाओं” के लिए इंडेक्स स्कोर में काफी कमी आई है।
iii.रिपोर्ट के अनुसार, कानून के शासन में सुधार का अनुभव करने वाले देशों का बढ़ता प्रतिशत मुख्य रूप से भ्रष्टाचार नियंत्रण में वैश्विक प्रगति के कारण है क्योंकि कारक “भ्रष्टाचार की अनुपस्थिति” के स्कोर में 59% देशों में सुधार हुआ है।
iv.वर्ष 2024 में कानून के शासन में गिरावट का अनुभव करने वाले 57% देशों में से कम-से-कम 78% देशों में प्रत्येक कारक यानी सरकारी शक्तियों, मौलिक अधिकारों और नागरिक न्याय पर बाधाओं में गिरावट आई है।
- इंडेक्स में सर्वे किए गए 59% देशों (भारत सहित) ने “भ्रष्टाचार की अनुपस्थिति” के लिए अपने इंडेक्स स्कोर में सुधार देखा।
v.ग्रुप-7 (G7) देशों में जर्मनी (5वें स्थान पर) शीर्ष पर है, उसके बाद कनाडा (12वें), जापान (14वें), यूनाइटेड किंगडम (UK) (15वें), फ्रांस (22वें), संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) (रैंक 27वें) और इटली (32वें) हैं।
vi.वेनेजुएला 0.26 के सबसे कम स्कोर के साथ इंडेक्स में 142वें स्थान पर रहा, उसके बाद कंबोडिया (0.31), अफगानिस्तान (0.32), हैती (0.33) और म्यांमार (0.34) क्रमशः 141वें, 140वें, 139वें और 138वें स्थान पर रहे।
भारत विशेष:
i.नेपाल (69वें) और श्रीलंका (75वें) के बाद 6 दक्षिण एशियाई देशों में भारत तीसरे स्थान पर रहा। दक्षिण एशिया क्षेत्र के अन्य 3 देश: पाकिस्तान (129वें), बांग्लादेश (127वें) और अफगानिस्तान इंडेक्स में सबसे निचले स्थान पर रहे।
- इंडेक्स में शामिल 38 निम्न-मध्यम आय वाले देशों (LMIC) में भारत 8वें स्थान पर रहा।
ii.इंडेक्स के अनुसार, भारत ने शासन संकेतकों, यानी सरकारी शक्तियों पर बाधाएं (0.56 स्कोर के साथ 60वें स्थान पर); और खुली सरकार (0.59 के स्कोर के साथ 44वें स्थान पर) पर अच्छा प्रदर्शन किया।
- इससे भारत के बेहतर शासन ढांचे के लिए प्रयास का पता चलता है और साथ ही प्रयासों में कई खामियां, समन्वय की कमी और जानबूझकर की गई मंशा भी दिखती है।
iii.भारत ने ऐसे कारकों: मौलिक अधिकार (102वां) 0.46 के स्कोर के साथ, लोगों की व्यवस्था और सुरक्षा (98वां) और आपराधिक न्याय की दक्षता (82वां) में खराब स्कोर किया।
- इंडेक्स के अनुसार, भारत उन 63% देशों में शामिल है, जिन्होंने 2024 में मौलिक अधिकारों में गिरावट का अनुभव किया।
- साथ ही, भारत उन 59% देशों में शामिल है, जहां 2024 में सरकारी शक्तियों पर प्रतिबंध कम हुए हैं।
iv.एक अच्छा व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में भारत की विफलता इंडेक्स के 3 कारकों: भ्रष्टाचार की अनुपस्थिति (97वां), नियामक प्रवर्तन (78वां) और नागरिक न्याय वितरण (107वां) की रैंकिंग में परिलक्षित हुई है।
वर्ल्ड जस्टिस प्रोजेक्ट (WJP) के बारे में:
सह-संस्थापक & मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO)– विलियम H. न्यूकॉम
मुख्यालय– वाशिंगटन D.C., संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
स्थापना – 2006