6 अप्रैल 2021 को, भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) SA बोबडे ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित टूल “सुप्रीम कोर्ट पोर्टल फॉर असिस्टेंस इन कोर्ट्स इफिशिएंसी (SUPACE)” लॉन्च किया, जो कोर्ट के मामलों से संबंधित प्रासंगिक तथ्य और कानून एकत्र करने वाला विश्व में अपनी तरह का पहला टूल है, जिससे न्यायाधीशों के लिए अनुसंधान प्रक्रिया में आसानी हो सके।
- SUPACE पोर्टल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कमेटी के प्रथम अध्यक्ष CJI SA बोबडे के दिमाग की उपज है।
SUPACE पोर्टल की विशेषताएं:
i.जज के कार्यभार को कम करने के लिए मामले से संबंधित जानकारी एकत्र करने में AI का प्रभावशाली उपयोग करना।
ii.उपकरण केवल मामले से संबंधित विवरण एकत्र करने के लिए डेटा को संसाधित कर सकता है, और अन्य सभी निर्णय केवल न्यायाधीश द्वारा लिए जाएंगे।
नोट – जस्टिस L नागेश्वर राव, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष हैं।
सर्वोच्च न्यायालय की ई-समिति द्वारा प्रस्तुत “भारतीय न्यायपालिका में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना – 2005” के आधार पर ई-कोर्ट प्रोजेक्ट की अवधारणा लाई गई थी।
हाल के संबंधित समाचार:
CJI SA बोबडे ने ‘न्यायकौशल’ – नागपुर में भारत के पहले ई-रिसोर्स सेंटर और वर्चुअल कोर्ट का उद्घाटन किया है।
भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के बारे में:
स्थापना – 26 जनवरी 1950
भारत के संविधान के भाग V में अनुच्छेद 124 से 147 सर्वोच्च न्यायालय के साथ संबंधित है।
न्यायाधीशों की कुल संख्या – 34 (CJI सहित)
सुप्रीम कोर्ट के सभी न्यायाधीशों के लिए सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष है।