जोखिम प्रबंधन ढांचे को मजबूत करने के लिए, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) 1 अप्रैल, 2021 से नकद निपटान अनुबंधों पर प्री-एक्सपायरी मार्जिन पेश करेगा। इसके तहत अंतर्निहित वस्तुओं को शून्य या नकारात्मक कीमतों के निकट संभव के लिए अतिसंवेदनशील माना जाता है।
i.समाप्ति की तारीख से पहले पिछले पांच कारोबारी दिनों के दौरान ये मार्जिन लगाया जाएगा, जिसमें वे हर दिन 5% की वृद्धि करेंगे।
ii.ये वैकल्पिक जोखिम प्रबंधन ढांचे (ARMF) के तहत कुछ वस्तुओं पर लागू होंगे।
प्रमुख बिंदु:
i.प्री-एक्सपायरी मार्जिन होने का निर्णय क्लीयरिंग कॉर्पोरेशन (CC) के साथ परामर्श के बाद लिया गया है।
ii.ये मार्जिन खुली ब्याज की महत्वपूर्ण कमी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से है क्योंकि अनुबंध समाप्ति की तारीख तक पहुंचता है।
हाल के संबंधित समाचार:
i.सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया(SEBI) ने फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) के बीच सौदे को मंजूरी दे दी है, जहां फ्यूचर समूह अपने रिटेल, थोक, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस व्यवसायों को रिलायंस रिटेल को 24,713 करोड़ रुपये में बेचेगा।
ii.11 नवंबर, 2020 को भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने HDFC ERGO जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (HDFC ERGO) के साथ HDFC ERGO हेल्थ इंश्योरेंस (पूर्व में अपोलो म्यूनिक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड) के विलय को अपनी अंतिम मंजूरी दे दी।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के बारे में:
स्थापना- 1992
अध्यक्ष- अजय त्यागी
मुख्यालय- मुंबई, महाराष्ट्र