22 जनवरी 2024 को, प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश (UP) के अयोध्या में नव निर्मित श्री राम जन्मभूमि मंदिर (मंदिर) में श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा (प्रतिष्ठा / प्राण शक्ति की स्थापना) समारोह में भाग लिया।
- समारोह की रस्मों का नेतृत्व PM ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत के साथ किया।
- अभिषेक समारोह का संचालन वाराणसी, UP के पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में पुजारियों की एक टीम ने किया।
रामलला की मूर्ति के बारे में:
मंदिर के गर्भगृह में रखी गई 51 इंच (4.25 फीट) की रामलला मूर्ति को मैसूर (कर्नाटक) स्थित अरुण योगीराज ने गढ़ा था।
विशेषताएँ:
i.मूर्ति में भगवान राम को पांच साल की उम्र यानी राम लला के रूप में दर्शाया गया है क्योंकि इस उम्र को मासूमियत का युग माना जाता है।
ii.काले पत्थर से बनी मूर्ति मासूमियत, दिव्यता और राजसी गौरव को प्रदर्शित करती है। काला पत्थर मूर्ति की दीर्घायु सुनिश्चित करता है।
iii.राम लल्ला की मूर्ति के मुड़े हुए हाथों को घुटनों तक पहुंचने के लिए जटिल रूप से डिजाइन किया गया है, जो भगवान राम की ‘अजानुबाहु’ (एक व्यक्ति जिसकी बाहों की लंबाई ऐसी है कि उसकी उंगलियां उसके घुटने को छूती हैं) की विशेषता को दर्शाती हैं।
iv.मूर्ति के हाथ में एक सुनहरा धनुष और तीर है।
डिज़ाइन विवरण:
i.मूर्ति भगवान विष्णु के सभी दस अवतारों: मत्स्य (मछली), कूर्म (कछुआ), वराह (सूअर), नरसिम्हा (मानव-शेर), वामन (बौना), परशुराम (योद्धा), राम (राजकुमार), कृष्ण (चरवाहा), बुद्ध (प्रबुद्ध), और कल्कि (भविष्य का अवतार) को प्रदर्शित करती है।
ii.भगवान हनुमान को मूर्ति के दाहिने पैर के पास और भगवान गरुड़ (भगवान विष्णु की सवारी) को बाएं पैर के पास उकेरा गया है।
iii.धार्मिक प्रतीक: मूर्ति में स्वस्तिक और ओम, चक्र, गदा और शंख के साथ उत्कीर्ण किया गया था।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के बारे में:
i.डिजाइन & निर्माण:
राम जन्मभूमि मंदिर को प्रसिद्ध वास्तुकार चंद्रकांत B सोमपुरा, 81, और उनके बेटे आशीष, 51 ने नागर शैली की मारू-गुर्जर वास्तुकला में डिजाइन किया था, जो एक प्रकार की हिंदू मंदिर वास्तुकला है जो मुख्य रूप से उत्तरी भारत में पाई जाती है।
- इसका निर्माण लार्सन एंड टुब्रो (L&T) द्वारा किया गया है।
- वहीं, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र राम मंदिर के निर्माण और प्रबंधन की देखरेख करता है।
ii.लागत: मंदिर का निर्माण 1800 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर किया गया था।
iii.आकार: तीन मंजिला मंदिर, परिसर 70 एकड़ में फैला है, जिसमें से मंदिर और परिसर 5.5 एकड़ में फैला है। मंदिर की लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है। मुख्य मंदिर क्षेत्र 2.67 एकड़ में फैला है।
प्रमुख बिंदु:
i.यह गुलाबी बलुआ पत्थर से बना है और काले ग्रेनाइट से बना है।
ii.मंदिर विशेष रूप से स्टील या लोहे से परहेज करता है, प्राचीन निर्माण प्रथाओं का पालन करने और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर देने के लिए पारंपरिक निर्माण सामग्री का चयन करता है।
iii.कुल 392 स्तंभों और 44 दरवाजों द्वारा समर्थित, मंदिर तीन मंजिला है, जिसकी प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची है।
iv.स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं, भगवानों और देवियों के जटिल चित्रण प्रदर्शित हैं।
v.राम मंदिर के अलावा सूर्य देव, देवी भगवती, गणेश भगवान, भगवान शिव, माँ अन्नपूर्णा का मंदिर, और हनुमान जी का मंदिर के कुल 6 मंदिर होंगे।
अन्य मुख्य बातें:
i.PM मोदी ने अयोध्या राम मंदिर परिसर में “जटायु” की एक मूर्ति का भी अनावरण किया।
ii.अभी तक मंदिर का केवल चरण- I पूरा हुआ है यानी भूतल खोला गया है, और बाकी 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
iii.निर्माण कार्य शहर के पुनरुद्धार का हिस्सा है, जिसकी अनुमानित लागत 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है।
iv.इस कार्यक्रम में जीवन के सभी क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों और भारत के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी गई।
ध्यान देने योग्य बातें:
i.राम मंदिर का निर्माण 2019 में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद शीर्षक मुकदमे पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय (SC) के फैसले के बाद हुआ।
ii.श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन 5 फरवरी 2020 को किया गया था।
iii.PM मोदी ने 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर की आधारशिला रखी।
समारोह के लिए दो क्यूब-BHISHM मोबाइल अस्पताल तैनात किए गए
आरोग्य मैत्री आपदा प्रबंधन परियोजना के तहत दो क्यूब-BHISHM मोबाइल अस्पतालों को ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए चिकित्सा तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमताओं के लिए अयोध्या में तैनात किया गया था।
i.यह क्यूब ‘प्रोजेक्ट BHISHM-भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग, हित एंड मैत्री‘ का हिस्सा है।
ii.क्यूब को त्वरित प्रतिक्रिया और व्यापक देखभाल पर ध्यान देने के साथ 200 हताहतों के इलाज के लिए डिज़ाइन किया गया है।
iii.यह AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और डेटा एनालिटिक्स सहित नवीन उपकरणों से लैस है, एड क्यूब आपात स्थिति के दौरान प्रभावी समन्वय, वास्तविक समय की निगरानी और चिकित्सा सेवाओं के कुशल प्रबंधन की सुविधा प्रदान करके आपदा प्रतिक्रिया और चिकित्सा सहायता को बढ़ाता है।
iv.उन्नत चिकित्सा उपकरण, RFID (रेडियो-फ्रीक्वेंसी IDentification) – कुशल रीपैकेजिंग और पुन: तैनाती के लिए टैग किया गया, क्यूब की प्रमुख विशेषताएं हैं।
हाल के संबंधित समाचार:
i.PM नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश (UP) के गाजियाबाद में साहिबाबाद RapidX स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के 17 किलोमीटर (km) प्राथमिकता खंड का उद्घाटन किया।
ii.उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री (CM) योगी आदित्यनाथ ने गंगा नदी डॉल्फिन (प्लैटनिस्टा गैंगेटिका) को राज्य जलीय जानवर घोषित किया है।
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के बारे में:
अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक– शेखिपुरम नारायणन सुब्रमण्यन
मुख्यालय– मुंबई, महाराष्ट्र