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PM मोदी ने जल जीवन मिशन के छह साल पूरे होने पर किया ट्वीट

14 अगस्त 2025 को, भारत के प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने  जल जीवन मिशन (JJM) के छह साल पूरे होने को चिह्नित किया, जो एक राष्ट्रव्यापी पहल है जिसने ग्रामीण भारत में पीने के पानी तक पहुंच को बदल दिया है।

  • भारत सरकार (GoI) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 (FY26) के केंद्रीय बजट में घोषित उच्च वित्त पोषण के साथ JJM को 2028 तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है।

परीक्षा संकेत:

  • कार्यक्रम: जल जीवन मिशन के छह साल पूरे होने पर
  • लॉन्च: 15 अगस्त 2019
  • मंत्रालय: जल शक्ति मंत्रालय (MoJS)।
  • विस्तार: भारत सरकार ने मिशन को 2028 तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा
  • उद्देश्य: प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (FHTC) प्रदान करना।
  • प्रमुख उपलब्धियां (2019-2025):69 करोड़ से अधिक परिवार जुड़े (81% कवरेज); 2.63 लाख गांवों और 191 जिलों को हर घर जल घोषित।

जल जीवन मिशन (JJM) के बारे में:

लॉन्च: जल शक्ति मंत्रालय (MoJS)  ने 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन (JJM) की शुरुआत  की, जिसका उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को एक कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (FHTC) प्रदान करना  है।

प्रौद्योगिकी: जेजेएम अपने काम को अधिक खुला और विश्वसनीय बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करता है। गांवों में अब इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) सेंसर हैं जो वास्तविक समय में दिखाते हैं कि कितना पानी की आपूर्ति की जा रही है।

डिजिटल निगरानी: आधार लिंकिंग के  माध्यम से, लाभ सही परिवारों तक पहुँचाए जाते हैं, जबकि जियो-टैगिंग निर्मित बुनियादी ढाँचे को रिकॉर्ड करती है, और  मोबाइल एप्लिकेशन (app) के साथ JJM डैशबोर्ड जनता को कवरेज और प्रगति पर वास्तविक समय के अपडेट प्रदान करता है।

दृष्टिकोण: मिशन अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) जैसे कमजोर समूहों और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों पर भी विशेष ध्यान देता है, यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी समुदाय पीछे न छूटे।

समुदाय के नेतृत्व वाली पहल:

VWSC: गाँवों को अपनी स्वयं की जल आपूर्ति योजनाएँ तैयार करने और ग्राम कार्य योजनाओं के माध्यम से प्रणालियों के निर्माण और प्रबंधन की ज़िम्मेदारी लेने के लिये प्रोत्साहित किया जाता है।

  • इस प्रयास को मजबूत करने के लिए, स्थानीय लोगों से बनी ग्राम जल और स्वच्छता समितियां (VWSC) योजनाओं की योजना, संचालन और रखरखाव को संभालती हैं।

गुणवत्ता प्रबंधन: महिलाएँ पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में केंद्रीय भूमिका निभाती हैं, 24.80 लाख से अधिक  महिलाओं को सरल फील्ड टेस्ट किट का उपयोग करके पानी का परीक्षण करने के लिये प्रशिक्षित किया गया है, जिससे जल सुरक्षा को समुदाय के नेतृत्व वाले प्रयास में बदल दिया गया है।

पानी समितियां: महिलाओं के नेतृत्व वाली पानी समितियां अब प्रशिक्षण, टूलकिट और क्षेत्र के अनुभव द्वारा समर्थित स्थानीय योजनाओं का प्रबंधन कर रही हैं, जिससे वे परिवर्तन के मजबूत चालक बन गए हैं।

प्रशिक्षण: इसके साथ ही, नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम, जागरूकता अभियान और संचार गतिविधियाँ समुदायों को स्थायी प्रथाओं को अपनाने और सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन लाने में मदद कर रही हैं।

नल जल मित्र कार्यक्रम (NJMP): NJMP  को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के सहयोग से MoJS द्वारा स्थानीय लोगों को “नल जल मित्र” के रूप में प्रशिक्षित करने के लिए शुरू किया गया है।

  • ये प्रशिक्षित श्रमिक गांव की जल प्रणालियों का संचालन करते हैं और मामूली मरम्मत और रखरखाव को संभालते हैं।
  • पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम एक, अधिमानतः दो, नल जल मित्र रखने की योजना है।

प्रमुख उपलब्धियां:

प्रारंभिक: वर्ष 2019 में लगभग 19 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ घरों में नल के पानी की सुविधा थी।

विस्तार: जुलाई 2025 तक 15.69 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल के पानी से जोड़ा जा चुका है, जो 81% ग्रामीण भारत को कवर करता है। अब तक, 2.63 लाख से अधिक गांवों और 191 जिलों  को हर घर जल घोषित किया गया है।

कवरेज: नल का पानी अब 9.5 लाख से अधिक स्कूलों और 10 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों तक पहुंच गया है, जिससे बच्चों के लिए सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित हो गया है। 112 आकांक्षी जिलों में, नल का पानी कवरेज 79.32% तक बढ़ गया है।

फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में कमी: फ्लोराइड प्रभावित बस्तियों की संख्या वर्ष 2019 में 7,996 से तेज़ी से घटकर वर्ष 2025 में केवल 248 रह गई है, जो लोगों को गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से बचाती है।

परीक्षण बुनियादी ढाँचा: देश भर में,  राज्य, जिला, उप-मंडल और ब्लॉक स्तरों पर पीने के पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए लगभग 2,775 प्रयोगशालाएँ हैं, जिनमें जल उपचार संयंत्रों के भीतर 591 प्रयोगशालाएँ शामिल हैं।

जल शक्ति मंत्रालय (MoJS) के बारे में:
केंद्रीय मंत्री– चंद्रकांत रघुनाथ (C R) पाटिल (निर्वाचन क्षेत्र-नवसारी, गुजरात)
राज्य मंत्री (MoS)– वीरन्ना सोमन्ना (निर्वाचन क्षेत्र- तुमकुरु, कर्नाटक); राज भूषण चौधरी (निर्वाचन क्षेत्र- मुजफ्फरपुर, बिहार)