भारत के प्रधान मंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से पश्चिम बंगाल में 7600 करोड़ रुपये की एक रेलवे परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने बोन्ची-शक्तिगढ़ तीसरी लाइन, दानकुनी-चंदनपुर चौथी लाइन परियोजना, निमतिता-न्यू फरक्का डबल लाइन और आमबारी फलाकाटा-न्यू मयनागुड़ी-गुमानीहाट दोहरीकरण परियोजना सहित 4 रेलवे परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं।
- उन्होंने हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन तक 7वीं वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई और कोलकाता मेट्रो की पर्पल लाइन के जोका-तारातला-स्ट्रेच का उद्घाटन किया।
- उन्होंने न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी।
- PM ने दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’ के बारे में भी बताया, जो 13 जनवरी 2023 को बांग्लादेश के रास्ते काशी से डिब्रूगढ़ तक 3200 किमी की दूरी तय करने के लिए रवाना हुआ था।
प्रमुख लोग:
ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (CM), डॉ C V आनंद बोस, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, केंद्रीय रेल मंत्री, अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय राज्य मंत्री, जॉन बारला, डॉ सुभाष सरकार और श्री निसिथ परमानिक और संसद सदस्य, प्रसून बनर्जी अन्य लोगों के साथ इस अवसर पर उपस्थित थे।
4 रेलवे परियोजनाएं:
- बोइंची-शक्तिगढ़ तीसरी लाइन 405 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई
- दानकुनी-चंदनपुर चौथी लाइन परियोजना 565 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई
- निमटिता-नई फरक्का दोहरी लाइन 254 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई
- आमबारी फालाकाटा-न्यू मयनागुड़ी-गुमानीहाट दोहरीकरण परियोजना 1080 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित की गई।
PM मोदी ने 335 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाले न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी।
7वीं वंदे भारत एक्सप्रेस
i.वंदे भारत एक्सप्रेस एक अति-आधुनिक सेमी हाई-स्पीड ट्रेन है जो अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से सुसज्जित है।
ii.7वीं वंदे भारत एक्सप्रेस दोनों दिशाओं में मालदा टाउन, बारसोई और किशनगंज स्टेशनों पर रुकेगी।
जोका-एस्पलेनैड मेट्रो परियोजना (पर्पल लाइन):
i.एस्पलेनैड मेट्रो प्रोजेक्ट (पर्पल लाइन) 6.5 km की दूरी पर 6 स्टेशन हैं, जोका, ठाकुरपुकुर, सखेर बाजार, बेहाला चौरास्ता, बेहाला बाजार और तारातला हैं।
ii.परियोजना का निर्माण 2475 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया था।
iii.परियोजना कोलकाता शहर के दक्षिणी हिस्सों जैसे सरसुना, डाकघर, मुचिपारा और दक्षिण 24 परगना के यात्रियों को लाभान्वित करती है।
प्रमुख बिंदु:
i.PM मोदी ने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत पश्चिम बंगाल में 25 से अधिक सीवेज परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
- • लगभग 11 परियोजनाएँ पहले ही पूरी हो चुकी हैं और 7 परियोजनाएँ 30 दिसंबर 2022 को पूरी हो चुकी हैं।
ii.सरकार 1500 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 5 नई योजनाओं पर काम कर रही है।
iii.प्रमुख परियोजनाओं में से एक, आदि गंगा परियोजना है जिसकी सफाई के लिए 600 करोड़ रुपये के बुनियादी ढांचे की स्थापना की जा रही है।
iv.नदियों की सफाई के साथ, भारत सरकार ने रोकथाम पर ध्यान केंद्रित किया है जो बड़ी संख्या में आधुनिक सीवेज उपचार संयंत्र बनाने के इर्द-गिर्द घूमती है। ऐसा अगले 10-15 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल के बारे में:
मुख्यमंत्री– ममता बनर्जी
राज्यपाल– डॉ. C.V. आनंद बोस
राष्ट्रीय उद्यान– सिंगलिला राष्ट्रीय उद्यान; नेओरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान
टाइगर रिजर्व- बक्सा टाइगर रिजर्व; सुंदरबन टाइगर रिजर्व