31 दिसंबर, 2021 तक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण- II कार्यक्रम के अंतर्गत सबसे अधिक खुले में शौच मुक्त (ODF) प्लस गांवों की सूची में तेलंगाना भारत के अन्य राज्यों में पहले स्थान पर है।
- तेलंगाना के 14,200 गांवों में से लगभग 13,737 गांव ODF प्लस सूची में हैं, जो 96.74 प्रतिशत है।
- तेलंगाना के बाद तमिलनाडु में 4,432 गाँव हैं, इसके बाद कर्नाटक में 1,511 गाँव और गुजरात ने केवल 83 गांवों (0.45 प्रतिशत) के साथ 17वां स्थान हासिल किया।
ODF प्लस (आकांक्षी+बढ़ती+मॉडल) स्थिति वाले शीर्ष 5 राज्य:
क्र.सं. | राज्य का नाम | कुल गांव | कुल ODF प्लस गांव(31 दिसंबर, 2021 तक) | प्रतिशत(%) |
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1 | तेलंगाना | 14200 | 13737 | 96.74 |
2 | तमिलनाडु | 12525 | 4432 | 35.39 |
3 | कर्नाटक | 27044 | 1511 | 5.59 |
4 | उत्तराखंड | 15473 | 1394 | 9.01 |
5 | मध्य प्रदेश | 50228 | 1073 | 2.14 |
मुख्य विचार:
i.तेलंगाना सरकार ने गांवों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक नया तेलंगाना पंचायत राज अधिनियम बनाया है और गांवों में पल्ले प्रगति कार्यक्रम के माध्यम से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है।
- पल्ले प्रगति कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई, हरियाली और स्वच्छता सहित जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए शुरू किया गया है।
ii.गांवों में सुशासन सुनिश्चित करने के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों के सुचारू क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक पंचायत में एक सचिव को तैनात किया गया है।
iii.गांवों में उचित स्वच्छता बनाए रखने के लिए बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता नियुक्त किए गए हैं।
तेलंगाना सरकार द्वारा किए गए प्रयास:
i.उचित तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सभी घरों में मैजिक सोक पिट और जल निकासी की व्यवस्था भी की गई है।
ii.सूखे और गीले कचरे को इकट्ठा करने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉलियों में कचरे को सेग्रीगेशन-कम-कम्पोस्ट शेड तक ले जाने की व्यवस्था की गई है। सभी ग्राम पंचायतों में 12,769 समर्पित कम्पोस्ट शेड हैं।
iii.हरित पट्टी क्षेत्रों में खाद के लिए गीले कूड़े से बनी वर्मी कंपोस्ट के साथ पौधों को पानी देने के लिए टैंकर उपलब्ध कराए गए हैं।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण- II के बारे में:
i.स्वच्छ भारत मिशन (SBM) – ग्रामीण (G) चरण- II को फरवरी 2020 में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 1,40,881 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ मिशन मोड में 2020-21 और 2024-25 के बीच लागू करने की मंजूरी दी गई थी।
ii.SBM-G चरण- II ODF प्लस पर केंद्रित है, जिसमें ODF स्थिरता शामिल है और ग्रामीण भारत में ठोस, तरल और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (SLWM) के लिए पर्याप्त सुविधाएं प्रदान करता है।
iii.केंद्र और राज्यों के बीच फंड शेयरिंग पैटर्न उत्तर-पूर्वी राज्यों और हिमालयी राज्यों और जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश (UT) के लिए 90:10 होगा; अन्य राज्यों के लिए 60:40; और अन्य केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 100:00।
हाल के संबंधित समाचार:
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ड्रोन का उपयोग करके प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाएं भेजने के लिए तेलंगाना के विकाराबाद जिले में ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई (MFTS)’ लॉन्च किया।
तेलंगाना के बारे में:
राज्यपाल – तमिलिसाई सौंदरराजन
त्यौहार – सम्मक्का सरलम्मा जथारा या मेदारम जतारा, पीरला पांडुगा या मुहर्रम, नागोबा जतारा, लुंबिनी त्योहार